उन्होंने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर सद्भावना दिवस के उपलक्ष्य में श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कहा कि मोदी सरकार के शासनकाल में देश के लोग भय के वातावरण में जीने को विवश हैं। समाज को तोडऩे का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को एक बार फिर से पार्टी को और मजबूत बनाने के काम में जुटना होगा। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने इस मौके पर कहा कि देश को 21वीं सदी की तरफ ले जाने में राजीव गांधी का अपार योगदान रहा।
उन्होंने देश की एकता व अखंडता की खातिर अपने आप को कुर्बान कर दिया। दूरसंचार की क्रांति लाने के लिए राजीव गांधी के प्रयासों को यह देश कभी नहीं भूल पाएगा। महिलाओं को सत्ता में भागीदारी दिलाने की दिशा में भी उनके प्रयास सराहनीय रहे। वरिष्ठ नेता डी.के. शिवकुमार ने कहा कि राजीव गांधी ही हमारी शक्ति व प्रेरणा है और हमें उनके परिवार के ही सदस्यों की तरह काम करना होगा।
बी.के. हरिप्रसाद ने कहा कि ने बेंगलूरु को विकसित करने का श्रेय भी राजीव गांधी को ही जाता है। वे कार्यकर्ताओं की पहचान करके उनकी पीठ थपथपाते थे, लेकिन आज के जमाने में यह सब देखने को नहीं मिलता है। इस मौके पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव, एस.आर. पाटिल, रामलिंगा रेड्डी, ईश्वर खंड्रे, सलीम अहमद सहित कई नेता मंच पर उपस्थित थे।
राजीव गांधी की दूरदृष्टि से विकास पथ पर बढ़ा देश
बेंगलूरु. महापौर संपतराज ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की दूरदृष्टि का ही कमाल था कि देश विकास पथ पर आगे बढ़ा। उन्होंने सोमवार को बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के जरिए आयोजित आतंकवाद विरोधी दिवस का उद्घाटन करते हुए कहा कि अगर राजीव गांधी की असमय मौत न होती तो देश आज एक शक्तिशाली देश बन कर उभरता। राजीव गांधी ने कई साल पहले ही सूचना एवं जीव प्रौद्योगिकी, डिजीटल और नए आवष्किार लाने की योजना बनाई थे, लेकिन आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी।
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू परिवार ने इस देश के लिए बहुत कुछ किया है। पांच वर्षीय योजना जारी कर कई शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, निर्माण आदि क्षेत्र को बढ़ावा दिया। कई मामलों में भारत को आत्मनिर्भर बनाया। चिंता की बात यह है कि आज राजनीति के कारण यही सवाल उठाया जाता है कि कांग्रेस ने इस देश के लिए कुछ नहीं किया। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने देश के लिए प्राणों की आहुति दी। एक बार देश का इतिहास को जानने का प्रयास किया तो इसका पता चलेगा। उन्होंने कहा कि आज आतंकवाद विश्व के लिए एक समस्या बना है। सभी देशों को आतंकवाद का सामना करना पड़ रहा है। इसके खिलाफ सभी देशों को एकजुट होकर सामना करने की जरूरत है। आतंदवाद का विनाश अनिवार्य है, वरना इसका भय हमेशा रहेगा।