कांग्रस के पार्षदों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि पहले तीन दिन दिन में एक बार जलापूर्ति की जाती थी बाद में छह दिन किया और अब दस दिन बाद पेयजलापूर्ति की जा रही है। कई दिनों से पेयजल समस्या उपजी है, धारवाड़ से समय पर जलापूर्ति नहीं हो रही है।
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद डॉ. पांडुरंग पाटील ने कहा कि जलदाय अधिकारियों की लापरवाही से जनता पेयजल समस्या झेल रही है। धारवाड़ के लिए अधिक पानी की आपूर्ति की जा रही है। शहर के कई इलाकों में मलप्रभा का पानी नहीं दिया जा रहा है।
यह जलदाय की अव्यवस्था का सबूत है। महानगर निगम कर्ज लेकर जलदाय को राशि का भुगतान कर रहा है परन्तु सभी को एक समान जलापूर्ति करने में भेदभाव करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हुब्बल्ली की 7.5 लाख की आबादी के लिए 6 7 एमएलडी पानी दिया जा रहा है और धारवाड़ की 3.8 5 लाख जनसंख्या के लिए 77 एमएलडी पानी आपूर्ति की जा रही है परन्तु आज भी हुब्बल्ली के कई इलाकों में मलप्रभा जल नहीं दिया जा रहा है।
कांग्रेस के पार्षद गणेश टगरगुंटी ने कहा कि हुब्बल्ली में कई दिनों से पेयजल की समस्या उपजी है, धारवाड़ से शेड्युल के अनुसार जलापूर्ति नहीं हो रही है। जलदाय अधिकारियों की लापरवाही से हुब्बल्ली की जनता पेयजल समस्या झेल रही है। धारवाड़ के एक पार्षद ने कहा कि धारवाड़ में ही पेयजल नहीं है ऐसे में हुब्बल्ली को पानी कहां से आएगा। पार्षद अल्ताफ नवाज कित्तूर ने कहा कि जहां पर हैण्ड पंप हैं वहां उचित आधुनिक तथा विद्युत चालित व्यवस्था उपलब्ध करनी चाहिए।
जलदाय अधिकारियों ने जानकारी दी कि जनवरी में कई बार जॉकवेल तथा तकनीकी खराबी के कारण जलापूर्ति साइक्लिंग में समस्या हुई है। सभा में उपमहापौर मेनका हुरली, वरिष्ठ पार्षद वीरण्णा सवडी, लक्ष्मीबाई बिजवाड, शिवु मेणसिनकाई, डीके चौहाण, यासीन हावेरीपेट, सुधा मणिकुंटल, प्रकाशकैरकट्टी, राजण्णा कोरवी समेत कई उपस्थित थे।