बीयू के कुलपति प्रो. केआर वेणुगोपाल ने बताया कि प्रशासनिक मामलों में बीयू कन्नड़ के अलावा अन्य किसी भाषा को स्वीकार नहीं करेगा। नियमों के उल्लंघन की स्थिति में संबंधितों पर जुर्माना लगाया जाएगा। अन्य भाषाओं में संचार को ठुकरा दिया जाएगा। बीयू ने अधिसूचना जारी कर सभी कॉलेजों को जानकारी भेजी है। प्रो. वेणुगोपाल ने कहा कि अपने आंतरिक कामकाज और प्रशासनिक मामलों में बीयू कन्नड़ भाषा का ही प्रयोग करता आ रहा है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग व मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ वार्तालाप में अंग्रेजी भाषा का प्रयोग होता है।
कन्नड़ विकास प्राधिकरण (Kannada Development Authority – केडीए) कई बार प्रशासनिक मामलों में केवल कन्नड़ भाषा (Kannada Language) के प्रयोग की बात कह चुका है। विश्वविद्यालय पर इसे लेकर दबाव है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी संबद्ध कॉलेजों, विद्यार्थियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अधिसूचना जारी की गई है। लेकिन अधिसूचना को गंभीरता से नहीं लिया गया। अंत में बीयू को सख्ती करनी पड़ी।