बेंगलूरु. प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता एवं लोकतंत्र के हित में जद-एस के साथ गठबंधन सरकार बनाकर कांग्रेस ने बड़ा त्याग किया है। भले ही कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में 80 सीटों पर जीत हासिल की जबकि जद-एस को केवल 37 सीटें मिली लेकिन पार्टी ने जद-एस को ही सरकार का नेतृत्व दिया। ऐसा इसलिए नहीं कि कांग्रेस कमजोर है बल्कि इसलिए क्योंकि पार्टी का मकसद कुछ और है। यहां पैलेस मैदान में आयोजित समारोह में पदभार संभालने के बाद गुंडूराव ने कहा कि इतने बड़े त्याग के साथ गठबंधन सरकार बनाकर पार्टी ने यह संदेश दिया है कि सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए वह किस तरह प्रयास कर रही है। दिनेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से सत्ता नहीं मिलेगी। दक्षिण में कर्नाटक को छोड़कर भाजपा का कोई जनाधार नहीं है जबकि उत्तर में परिस्थितियां बहुत तेजी से भाजपा के खिलाफ हो रहीं हैं। लगभग शत-प्रतिशत इस बात की संभावना है कि कांग्रेस के नेतृत्व में केंद्र सरकार बनेगी और राहुल गांधी प्रधानमंत्री होंगे। इसके लिए राज्य की सभी 28 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य है ताकि राहुल गांधी को एक मजबूत आधार मिले। पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए उन्होंने भाजपा को उखाड़ फेंकने की चुनौती दी साथ ही सभी पार्टी नेताओं को मैत्री धर्म का पालन करते हुए एकजुटता बनाए रखने की अपील की। कांग्रेस आलाकमान ने पिछले सप्ताह प्रदेश संगठन में फेरबदल करते हुए दिनेश गुंडूराव को अध्यक्ष नियुक्त किया था। इससे पहले गुंडूराव प्रदेश कांग्रेेस के कार्यकारी अध्यक्ष थे। उनकी जगह अब पूर्व मंत्री ईश्वर खंड्रे को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने संभावना जताई कि लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रेल में नहीं बल्कि इसी साल नवम्बर में हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अब वापस नहीं आएगी क्योंकि उन्होंने चुनावी वादे पूरे नहीं किए और राहुल गांधी देश के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे।