मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस रिजॉर्ट में कुछ समय बिताने की बात कही थी। लेकिन उनके पुत्र यतींद्र के अलाव उस रिजॉर्ट में और कोई नजर नहीं आया। जानकार सूत्रों के अनुसार इस दौरान हुई बैठक में मुख्य रूप से इस बात पर विचार विमर्श किया गया कि मुख्यमंत्री की चामुंडेश्वरी विधानसभा सीट के वोक्कालिगा मतदाताओं और डॉ यतींद्र की वरुणा विधानसभा सीट के लिंगायत वोटों को कैसे कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के लिए लुभाया जाए।
बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने इस बैठक के मद्देनजर तमाम संबंंधित लोगों को गुरुवार रात ही रिजॉर्ट में तलब कर लिया था। बैठक देर रात तक चली। समझा जाता है कि बैठकों का यह दौर अभी जारी रहेगा और मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या शनिवार रात तक रिजॉर्ट में ही रहेंगे। लेकिन दिन में वे इन क्षेत्रों के कुछ गांवों का दौरा करने के बाद रात को वापस रिजॉर्ट में लौट आएंगे।
बैठक के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों का कहना है कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों के ब्लॉक अध्यक्षों के साथ ही सभी महत्वपूर्ण समुदायों और समाज के अन्य वर्गों के प्रमुख नेता भी बैठकों में मौजूद रहे और सभी ने रणनीति तैयार करने पर अपने विचार रखे। बताया गया है कि कांग्रेस ने इन दोनों क्षेत्रों में भाजपा और जनता दल ध के मतों को बांटने की रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है।
किसी को प्रवेश नहीं बैठक के कारण रिजॉर्ट के आसपास कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और किसी भी बिन बुलाए व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा। बताया गया है कि शुक्रवार रात काडा के अध्यक्ष एचएस नंजप्पा भी वहां पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। उन्हें करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद जब सीएम ने अपने स्टाफ को भेज कर अंदर बुलवाया, तब वे सीएम से मिल सके।