उन्होंनेकहा कि उन्होंने खुद को पार्टी की गतिविधियों और प्रचार से दूर रखा है। कांग्रेस पार्टी उन्हें दरकिनार कर रही है। उन्हें अचानक मंत्री पद से हटाया और इसके लिए पूछा तक नहीं। उनके भाई सतीश जारकीहोली को मंत्री का पद दिया गया है।
इसके बावजूद वह आलाकमान से संतुष्ट नहीं हैं। उनके साथ सौतेला रवैया अपनाने के कारण विधायक नागेन्द्र, महेश कमटल्ली के साथ मुंबई गए थे। बजट पेश करते समय उन्हेंं विधानसभा में उपस्थित रहने को कहा गया। उन्हें भाजपा ने कोई प्रलोभन नहीं दिया।
अनुशासनात्मक कार्रवाई चिक्कोड़ी तथा बेलगावी लोकसभा क्षेत्रों में गठबंधन प्रत्याशियों के लिए प्रचार नहीं कर रहे पूर्व मंत्री रमेश जारकीहोली के खिलाफ पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। वन मंत्री सतीश जारकीहोली ने कोलावी गांव में सभा में यह संकेत देते हुए कहा कि रमेश के खिलाफ पार्टी के आलाकमान से शिकायत की गई है। रमेश जारकीहोली ने अभी तक प्रचार में एक दिन भी भाग नहीं लिया है।