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जनता से झूठे वादे नहीं करेगी कांग्रेस: परमेश्वर

locationबैंगलोरPublished: Feb 20, 2018 11:21:02 pm

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.जी.परमेश्वर ने कहा कि पार्टी चुनाव घोषणा पत्र अगले माह तैयार होगा और उसके मसौदे पर चर्चा जारी है।

 G parameshwar

बेंगलूरु. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.जी.परमेश्वर ने कहा कि पार्टी चुनाव घोषणा पत्र अगले माह तैयार होगा और उसके मसौदे पर चर्चा जारी है। उन्होंने सोमवार को पार्टी कार्यालय में कहा कि चुनाव घोषणा पत्र समिति की बैठक २५ फरवरी को होगी। चुनाव घोषणा पत्र में सामाजिक न्याय, श्रमिकों को समान वेतन, शिक्षित युवाओं को रोजगार , कृषि को प्रोत्साहन, सभी को स्वास्थ्य, आवास, राशन कार्ड, रोजगार नीति, अधिग्रहण की गई भूमि का केवल आवासीय योजनाओं में इस्तेमाल, अस्पताल, स्कूल और नागरिकोंं को सेवा उपलब्ध कराने के लिए बेंगलूरु वन, कर्नाटक वन और हुनरमंदी के केंद्र स्थापित किए जाऐंगे।


उन्होंने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र में झूठे आश्वासन नहीं किए जाएंगे। पिछले चुनाव घोषणा पत्र में घोषित सभी आश्वासनों को पूरा किया गया है। इस बार भी चुनाव घोषणा पत्र के मसौदे पर चर्चा के लिए हर सप्ताह समिति के सदस्यों की बैठकें हो रही हैं। बदलते समय और जरूरत को ध्यान रखकर घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा। मुंंबई-कर्नाटक और हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के विकास और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अधिकअनुदान की घोषणा होगी।


उन्होंने विधायक एनए हैरिस के पुत्र का जिक्र करते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार सिखाएं। बच्चों की सही परवरिश नहीं करने पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। हैरिस के पुत्र मोहम्मद नलपाड पर कानून के तहत कार्रवाई होगी। उसके साथ किसी तरह की कोई नरमी या विशेष बर्ताव नहीं होगा।

घोषणा के फौरन बाद जद (ध) ने दो प्रत्याशी बदले
मैसूरु. जनता दल (ध) के प्रदेश अध्यक्ष एच.डी.कुमारस्वामी ने दो विधानसभा क्षेत्रों के लिए घोषित प्रत्याशी बदलने का फैसला किया है। रविवार को पार्टी की एक रैली में 126 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की गई थी। लेकिन जातिगत राजनीति के समीकरण तथा नेताओं के दबाव के कारण पार्टी दो प्रत्याशियों को बदलने पर मजबूर हो गई है।


मंड्या, चामराज नगर, हासन, मैसूरु, कोडग़ु तथा रामनगर जिले में किसी भी क्षेत्र में पार्टी ने अल्पसंख्यक समुदाय के प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया था। स्थानीय नेताओं की अनदेखी करते हुए पार्टी ने नरसिंहराजा विधानसभा क्षेत्र के लिए अल्पसंख्यक प्रत्याशी के चयन की घोषणा की थी। लेकिन आखिरकार स्थानीय नेताओं के दबाव के चलते उसे बदलना पड़ा है। अब अल्पसंख्यक समुदाय की नाराजगी दूर करने के लिए इस समुदाय को बेंगलूरु शहर में अधिक सीटे देने का वादा किया गया है।

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