आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि २३ अप्रेल को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान होने के कारण काफी जेलकर्मी चुनाव ड्यूटी पर गए थे। इसका फायदा उठाते हुए कैदियों ने जेल प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों को चकमा दिया और जेल की दीवार फांद कर भाग गए। समझा जाता हैकि एक विचाराधीन कैदी ने इस काम में उनकी मदद की।
बताया गया हैकि फरार हुए कैदियों में से एक कैदी मुरगेश (५१) को हत्या के मामले में दोषी करार देते हुए मौत की सजा सुनाई गई है। तमिलनाडु के मुरगेश ने वर्ष २०१५ में चामराजनगर के हले गांव में पांच लोगों की निर्मम हत्या की थी। जिनमें एक आठ वर्ष की मासूम बच्ची भी थी।
उसे सत्र न्यायालय ने मौत की सजा सुनाई थी। मुरगेश को वर्ष २०१७ में चामराजनगर जिला कारागार से बेलगावी की इस अति सुरक्षित जेल में शिफ्ट किया गया था। पुलिस भगोड़े कैदियों की लताश में दिन-रात एक किए हुए हैलेकिन अभी तक किसी का पता नहीं चल सका है। बेलगावी ग्रामीण पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्जकिया है।
केवल मुरगेश भागा : जेल अधीक्षक
पत्रिका ने जब इस संबंध में हिंडलगा जेल के मुख्य अधीक्षक टीपी शेशा से बात की, तो उन्होंने केवल मुरगेश के भागने की पुष्टि की। उन्होंने दावा किया कि बाकी सभी कैदी जेल में ही हैं। मुरगेश अकेले भागा है और उसे पकडऩे की कोशिश जारी है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होगी।