उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 से 60 उम्र वर्ग के लोगों का टीकाकरण जारी है। स्वास्थ्य विभाग वरिष्ठ नागरिकों का मनोबल बढ़ाने में लगा है ताकि वे स्वेच्छा से टीके के लिए आगे आएं। टीका लगा चुके व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर प्रभाव कम होगा। संक्रमित जल्दी इससे उबरेगा।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद टीका लगवाया है। इसलिए वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर कोई संदेह नहीं है। अब तक टीके का कोई विशेष प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया है। निजी अस्पतालों में बुनियादी ढांचे को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार निजी अस्पतालों को टीकाकरण केंद्र स्थापित करने की अनुमति प्रदान की जाएगी।