नंजनगुड तालुक के स्वास्थ्य अधिकारी एसआर नागेन्द्र की आत्महत्या पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार डॉ. नागेन्द्र ने लिखा कि वह उच्च अधिकारियों की प्रताडऩा से निराश होकर आत्महत्या कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं ताकि मामले की सच्चाई का पता चले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्यतया कर्तव्यपालन के दौरान मृत्यु होने पर चिकित्सक के परिवार को 30 लाख रुपए दिए जाते हैं लेकिन इसे एक विशेष मामला मानते हुए सरकार अनुग्रह राशि के रूप में 50 लाख रुपए व परिवार के किसी व्यक्ति को सरकारी नौकरी देगी। उन्होंने कहा कि जांच सात दिन में पूरी होगी।
उच्च अधिकारी के साथ हुई बातचीत का ऑडियो वायरल बता दें कि डॉ. नागेन्द्र की एक उच्च अधिकारी के साथ हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें पर्याप्त जांच नहीं करने पर अंजाम भुगतने की बात कही जा रही है। ऑडियों में अधिकारी डॉ. नागेन्द्र पर चिल्लाते हुए कहता है कि क्या मजाक है। क्या तुम यहां खेलने आए हो। तुम मरीजों के साथ खेल रहे हो। तुम्हें प्रतिदिन १५० कोविड-१९ जांच करनी है लेकिन तुम प्रतिदिन २५-२६ जांच कर रहे हो। मैं तुम्हें सबक सिखाउंगा।
एक भी दिन छुट्टी नहीं ली थी इसी बीच शुक्रवार को डॉ. नागेन्द्र की आत्महत्या के मामले पर विरोध प्रदर्शन के चलते तनाव की स्थिति बनी रही।
एक चिकित्सक डॉ. रविन्द्र के अनुसार कोरोना वायरस का संक्रमण उजागर होने के बाद से ही डॉ. नागेन्द्र ने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली थी।
एक चिकित्सक डॉ. रविन्द्र के अनुसार कोरोना वायरस का संक्रमण उजागर होने के बाद से ही डॉ. नागेन्द्र ने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली थी।
वे छह महीने से परिवार से भी अलग रह रहे थे क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं उनके परिवार में कोई संक्रमित नहीं हो जाए।
इसी बीच कर्नाटक राज्य मेडिकल डॉक्टर्स एसोसिएशन ने डॉ. की मृत्यु के लिए जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित करने की मांग की है। एसोसिएशन के अनुसार ऐसा नहीं होने पर राज्यव्यापी हड़ताल की जाएगी।
इसी बीच कर्नाटक राज्य मेडिकल डॉक्टर्स एसोसिएशन ने डॉ. की मृत्यु के लिए जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित करने की मांग की है। एसोसिएशन के अनुसार ऐसा नहीं होने पर राज्यव्यापी हड़ताल की जाएगी।