पुलिस के अनुसार, Bengaluru के आरआर नगर की रहने वाली सौम्या की सोमवार को मौत हो गई थी। उसने अपने पड़ोस के एक दंपती रघु (30) और दुर्गा (28) से रुपए उधार लिए थे। रुपए लौटाने को लेकर सौम्या और रघु का आए दिन झगड़ा होता था। सोमवार को रघु ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की जिसमें सौम्या की मौत हो गई।
बताया जाता है कि घबराए दंपति ने कथित तौर पर शव को कम से कम आठ घंटे तक अपने घर के अंदर रखा और चन्नापटना में एक सुनसान जगह के पास शव को जलाने का फैसला किया। पुलिस ने कहा कि दंपति ने फिर अपने दोस्तों नागराज (18) और विनोद (19) की मदद मांगी। सोमवार की देर रात उन्होंने दो बाइकों पर चन्नापटना की यात्रा शुरू की एक पर रघु और दुर्गा, दूसरी पर सौम्या के शव के साथ विनोद और नागराज रवाना हुए।
40 किमी की यात्रा के बाद लगभग दो बजे जैसे ही वे रामनगर शहर में पुलिस उपायुक्त के कार्यालय के सामने पहुंचे विनोद की बाइक स्पीड ब्रेकर अनियंत्रित होकर गिर गई।
40 किमी की यात्रा के बाद लगभग दो बजे जैसे ही वे रामनगर शहर में पुलिस उपायुक्त के कार्यालय के सामने पहुंचे विनोद की बाइक स्पीड ब्रेकर अनियंत्रित होकर गिर गई।
विनोद, नागराज के साथ ही सौम्या का शव जमीन पर गिर गया। राहगीर और गश्त पर एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तीनों को रामनगर के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। दुर्घटना से बेखबर रघु और दुर्गा चन्नपटना के पास इंतजार करते रहे।
उनकी योजना का भंडाफोड़ तब हुआ जब ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने सौम्या के शरीर की जांच की और कहा कि आठ घंटे पहले उसकी मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने विनोद और नागराज को पकड़ा, रघु को फोन किया, दंपती का पता लगाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उनकी योजना का भंडाफोड़ तब हुआ जब ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने सौम्या के शरीर की जांच की और कहा कि आठ घंटे पहले उसकी मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने विनोद और नागराज को पकड़ा, रघु को फोन किया, दंपती का पता लगाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।