निदेशालय ने मृतकों के सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की गरीमा की रक्षा (cultural and religious traditions of the dead should be respected) पर जोर दिया है। शवों को आनन फानन में दफनाया या जलाया नहीं जाए। कोविड से मौत की आशंका होने पर मौत के छह घंटे के भीतर जांच के लिए स्वाब भेजे जाए।
साफ-सुथरे, पारदर्शी और लीक प्रूफ चेन वाले बैग में शव को रख परिजनों को पूरे सम्मान के साथ सौंपा जाए। 20 से अधिक लोग अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हों। बैग के चेहरे के छोर को खोलकर शरीर को देखने की अनुमती होगी। शव को स्नान कराने या गले लगाने से बचने की सलाह दी गई है। कोरोना वायरस सतह पर रह सकता है इसलिए शव के संपर्क में आए हर सतह को अच्छी तरह से विसंक्रमित किया जाए।