भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री और केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती शुक्रवार को कोटा आईं। प्रवास के दौरान राजस्थान पत्रिका से खास बातचीत में उन्होंने खुलकर अपने मन की बातें की। शुरुआत राम मंदिर के मुद्दे से हुई। बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में सीबीआई की एफआईआर पर उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरा नाम इस मामले में शामिल किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो यह मेरे अकेले की बल्कि, करोड़ों हिंदुओं की इच्छा है। यही वजह है कि उस दौरान मैं वहां अकेली नहीं थी बल्कि हजारों कार सेवकों की भीड़ जमा थी। इतनी भीड़, जिसकी भावनाओं पर कोई उमा भारती या दूसरा नेता नियंत्रण नहीं कर सकता था।
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थैंक्स मोदी अंकल! ट्वीट करते ही अनाथ बच्चों के लिए भेज दी इतनी बड़ी मदद गंगा की सफाई में लगेंगे दस साल केंद्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा को साफ करने में अभी दस साल और लगेंगे। पुरानी सरकारों ने योजनाओं का ऐसा जाल बिछाया है कि उसकी गंदगी साफ करने में ही खासा वक्त लग गया। गंगा को साफ करने के नाम पर पैसे की जमकर लूट की गई। कोटा को ही देख लीजिए चम्बल को साफ रखने के लिए करोड़ों रुपए आए, लेकिन इनसे जो योजनाएं संचालित होनी थी क्या एक भी पूरी हुई? गंगा के नाम पर लोगों ने जमकर लूट मचाई। हमारी सरकार ने सबसे पहले लूट के इन रास्तों को बंद किया। इसके बाद नदियों के किनारे टेनरीज बंद कराने, नाले टेप कराने के साथ ही गंदा पानी सीधे नदी में डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। जिसका असर दिखाई देने लगा है, लेकिन यह काम तब तक पूरा नहीं हो सकता जब तक कि गंगा की सहयोगी नदियां भी साफ नहीं हो जाती। इसलिए गंगा में मिलने वाली चम्बल जैसी नदियों की सफाई के लिए भी विस्तृत योजनाएं बनाई हैं। जिन पर गंभीरता से काम हो रहा है।
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