अपनी हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चिक्कनगौडऱ ने कहा कि रणनीति व समीकरण के मुताबिक क्षेत्र में जीत के लिए पूरक माहौल निर्माण हुआ था परन्तु आखरी घडी में जिला तथा तालुक पदाधिकारियों ने मेरे विरुध्द कार्य किया।
इसके चलते कुछ वोट कांग्रेस की ओर मुड़ गए। पूरे क्षेत्र में भाजपा की लहर थी। पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने पूरे क्षेत्र में प्रचार किया था। भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मेरे ही चुनाव लडऩे की मांग के कारण मैदान में उतरा था परन्तु मेरे साथ रहने वाले ही मेरी हार के लिए साजिश रचेंगे यह नहीं सोचा था।
चिक्कनगौडऱ ने कहा कि पिछले चुनाव में भाजपा से चुनाव लडऩे वाले एमआर पाटील इस बार भी टिकट के दावेदार थे। मुझे टिकट देने की घोषणा करने के बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष बीएस येड्डियूरप्पा ने पाटील तथा मेरे बीच सफलता पूर्वक समझौता किया था। इसके बाद पाटील ने भी अंततक प्रचार करने के अलावा मेरे साथ ही रहे।
कुछ लोगों का कहना है कि अत्यधिक आत्मविश्वास तथा लापरवाही मेरी हार का कारण है। मुझे जीत का पूरा विश्वास था परन्तु किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती। पिछले चुनाव में राज्य में भाजपा से टूट कर केजेपी बनी थी। केजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडक़र 31 हजार 6 18 वोट प्राप्त करने के साथ दूसरे स्थान रहा था। भाजपा प्रत्याशी एमआर पाटील ने 23 हजार 6 41 वोट प्राप्त किया था। इस चुनाव में केजेपी के भाजपा में विलय होने से बंटे हुए वोट इस बार मुझे ही मिलेंगे इस पर पूरा विश्वास था परन्तु अत्यधिक आत्मविश्वास नहीं था।
उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों के स्थानीय नेता तथा पदाधिकारी भी भाजपा में अधिक संख्या में शामिल हुए हैं। इसके चलते हमारी ताकत बढ़ी थी।
यह सभी मुझे अधिक अंतर से जीत दिलवाएंगे इस बात का पूरा विश्वस था परन्तु आखिर में कुछ और ही हुआ। हार मेरे लिए कोई नई बात नहीं है। अब तक छह चुनावों का सामना किया है। हार से नहीं घबराकर आगामी चुनाव के लिए पार्टी को तैयार करूंगा।
फेसबुक पर जताई नाराजगी
चिक्कनगौडऱ के प्रशंसकों ने फेसबुक पर नाराजगी जताते हुए लिखा है कि भाजपा प्रत्याशी एसआई चिक्कनगौडऱ की हार के लिए बड़े पद पर स्थित नेता तथा पार्टी के भीतर रहने वाले धोकेबाज कारण हैं।
पार्टी अध्यक्ष के गांव तथा अन्य पदाधिकारियों के गांवों में भाजपा को वोट कम मिले हैं।
मोदी जी लोकसभा चुनाव में धारवाड़ प्रत्याशी को बदलिए, भाजपा को जितवाइए का पोस्ट करने के जरिए सांसद प्रहलाद जोशी के खिलाफ अप्रत्यक्ष तौर पर नाराजगी जाहिर की है।