मानद डॉक्टरेट उपाधियों की जांच की मांग
बैंगलोरPublished: Sep 24, 2021 04:25:07 am
सरकारी विवि ने 1837 तथा निजी विवि ने 23 मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान की
मानद डॉक्टरेट उपाधियों की जांच की मांग
बेंगलूरु. राज्य में सरकारी विश्वविद्यालयों की ओर से १८३७ मानद डॉक्टरेट की उपाधियां प्रदान की गई हैं। इनमें से करीब ५० प्रतिशत सिर्फ एक विवि ने दी हैं।राज्य के कई विश्वविद्यालयों के मनमाने तरीके से मानद डॉक्टरेट उपाधि देने को लेकर विधान परिषद में गुरुवार को भाजपा के एक सदस्य ने सवाल उठाया और जांच की मांग की।
भाजपा की तेजस्विनी रमेश के सवाल पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वथनारायण ने कहा कि अभी तक राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों ने 1837 तथा निजी विश्वविद्यालयों ने 23 मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान की है। ऐसे लोगों की सूची शीघ्र ही राज्यपाल को सौंपी जा रही है। अभी तक किसी भी व्यक्ति ने मानद डॉक्टरेट उपाधियां देने पर आपत्ति नहीं की है।
उच्च शिक्षा मंत्री के जवाब पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तेजस्विनी ने कहा कि सभापति बसवराज होरट्टी को तीन बार मानद उपाधि का प्रस्ताव दिया गया था। हाल में क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने उनकी मां को लगातार सात वर्ष संघर्ष करने के बावजूद उपाधि नहीं मिलने के कारण मानद उपाधि लेने से इनकार किया था। अन्य सदस्यों ने तेजस्विनी रमेश कुमार का समर्थन करते हुए कहा कि मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करना एक कारोबार बन गया है। इस कुप्रथा को रोका जाना चाहिए।