scriptकुलसचिव को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन,ज्ञापन सौंपा | Demand for the demand for removal of registrant, memorandum submitted | Patrika News

कुलसचिव को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन,ज्ञापन सौंपा

locationबैंगलोरPublished: Nov 14, 2018 11:03:09 pm

यौन शोषण तथा भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड़ के कुलसचिव कल्लप्पा होसमनी को पद से हटाने की मांग को लेकर कर्नाटक सत्य शोधना होराट वेदिके के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में रैली निकाली व प्रदर्शन किया।

कुलसचिव को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन,ज्ञापन सौंपा

कुलसचिव को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन,ज्ञापन सौंपा

हुब्बल्ली-धारवाड़. यौन शोषण तथा भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड़ के कुलसचिव कल्लप्पा होसमनी को पद से हटाने की मांग को लेकर कर्नाटक सत्य शोधना होराट वेदिके के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में रैली निकाली व प्रदर्शन किया। बाद में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रमोद गाई को ज्ञापन सौंपा गया।


प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कर्नाटक सत्य शोधना होराट समिति के अध्यक्ष रविकुमार माळिगेर ने कहा कि यौन शोषण तथा भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कर्नाटक विश्वविद्यालय के कुलसचिव कल्लप्पा होसमनी खुद पर लगे आरोपों को छुपाने के लिए ब्लैकमेल करने लगे हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ आवाज उठाई जा चुकी है।


इसके चलते कुलसचिव होसमनी समिति के सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत रंजिश तथा संपत्ति के मामले का आरोप लगा कर ब्लैकमेल कर रहे हैं। सत्य शोधना होराट समिति पुख्ता सबूतों के साथ यौन शोषण तथा भ्रष्टाचार के मामले को सामने लाई है। मामला व्यक्तिगत रंजिश का दर्शाने के लिए जद (ध) कार्यकत्र्ता का सहारा लेकर समिति के सदस्यों को धमकाया जा रहा है। माळिगेर ने कहा कि ब्लैकमेल करने की संस्कृति कल्लप्पा होसमनी की है बल्कि हमारी नहीं।


होसमनी पर ब्लैकमेल का आरोप साबित होने के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों को पैसों के लिए प्रताडि़त करने का भी आरोप साबित हो चुका है। किसी प्रकार की धमकी या ब्लैकमेल से समिति के कार्यकत्र्ता डरने वाले नहीं हैं। हम किसी भी हालत में पीछे नहीं हटेंगे। कुलसचिव होसमनी के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। अगर वे व्यक्तिगत आरोप व निंदा करेंगे तो उनके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा।


हमारा आंदोलन कर्नाटक विश्वविद्यालय को बचाने के पक्ष में है, व्यक्तिगत नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विश्वविद्यालय के कुलपति को इस बारे में जवाब देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य जिम्मेदार हैं। समिति सदस्यों पर आरोप लगाने वाले होसमनी को खुली चर्चा के लिए आना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ. वेंकनगौड़ा पाटील, गिरीश हेगड़े, मंजुनाथ कट्टी, बसवराज बडवण्णवर आदि मौजूद थे।

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