जिलाधिकारी दीपा चोळन ने भी स्ट्रांग रूम में प्रवेश की अनुमति देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि बाहर से ही स्ट्रॉन्ग रूम को उपलब्ध सुरक्षा व्यवस्था देख सकते हैं। बाद में जोशी ने अपने साथियों के साथ स्ट्रॉन्ग रूम के सामने लगे सीसीटीवी में सुरक्षा व्यवस्था देखी।
उन्होंने कहा कि अंदर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस निरीक्षक गिरीश भोजण्णवर से पूछा कि स्ट्रांग रूम के पिछले हिस्से में किस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की गई। भोजण्णवर के विवरण देते ही जोशी ने उनसे मौके पर चल कर जायजा लेने के लिए कहा। पुलिस निरीक्षक ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी।
गोवा में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन 27 से
हुब्बल्ली. हिन्दू जनजागृति समिति तथा विभिन्न हिन्दू संगठनों की ओर से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर 27 मई से 8 जून तक गोवा में आठवें अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन किया जाएगा।
शहर के पत्रकार भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य समन्वयक गुरुप्रसाद गौड़ा ने कहा कि गोवा के पोंडा स्थित रामनाथ मंदिर में अधिवेशन होगा। भारत के 26 राज्य तथा बांग्लादेश से दो सौ से अधिक हिन्दू संगठनों के प्रमुख इस अधिवेशन में भाग लेंगे।
बांग्लादेश के मायनोरिटी वाच के अध्यक्ष रविंद्र घोष, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस के अध्यक्ष हरिशंकर जैन, अधिवक्ता साईं दीपक, वल्र्ड हिन्दू फेडरेशन के अजय सिंह, केंद्रीय गृह मंत्रालय के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी आरवीएस मणि, भाजपा विधायक टी. राजासिंह, दिल्ली के विधायक कपिल मिश्रा आदि भाग लेंगे।
गोड्से को आतंककारी कहना गलत
गुरुप्रसाद गौड़ा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोड्से ने की है यह उनका व्यक्तिगत मामला था। इसलिए गोड्से को आतंककारी कहना गलत है। एक सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गुरुप्रसाद गौड़ा ने कहा कि गांधी की हत्या की हम भी निंदा करते हैं परन्तु नाथूराम गोड्से भी एक देशभक्त व देशप्रेमी थे। महात्मा गांधी तथा गोड्से के बीच व्यक्तिगत मतभेद ही हत्या का कारण हो सकता है। फिलहाल देश में अनेक समस्याएं हैं, इनके बारे में चर्चा करनी चाहिए। इसे छोडक़र गांधी की हत्या के बारे में वाद-प्रतिवाद करना सही नहीं है।
सनातन संस्था की महिला नेता विधुला हल्दीपुर ने कहा कि 27 तथा 28 मई को हिन्दू विधिज्ञ परिषद की ओर से धर्मप्रेमी अधिवक्ताओं का अधिवेशन होगा। 2 जून को सोशल मीडिया कॉन्क्लेव नामक एक दिवसीय अधिवेशन होगा। इस पूरे कार्यक्रम को यूट्यूब, फेसबुक वाइव पेज तथा ट्विटर में देख सकते हैं। संवाददाता सम्मेलन में अधिवक्ता मल्लेशप्पा बाडगी समेत कई उपस्थित थे।