उन्होंने गुरुवार को शहर के पैलेस मैदान में पार्टी नेताओं व पदाधिकारियों के सम्मेनल को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में वे खुद हार गए थे और उपचुनावों में भी पार्टी की करारी हार हुई है पर इस हार के कारण हम हाथ बांधकर तो नहीं बैठ सकते बल्कि हमें संगठन को मजबूत बनाकर दुबारा पार्टी को सत्ता में लाने की पहल करनी होगी। देवेगौड़ा ने कहा कि प्रदेश ेके मौजूदा हालात को देखें राजनीति में कुछ भी हो सकता है। हम सरकार को गिराने की बात नहीं करते हैं पर सत्ता की खातिर वे ही आपस में लड़ते झगड़ते हैं तो मद्यावधि चुनाव होने तय हैं।
चुनाव आने के बारे में प्रतीक्षा करके बैठने के बजाय हमें कल चुनाव होते हैं तो उनका सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। चुनावों में हार जीत होती रहती है पर हमें पार्टी को निचले स्तर से मजबूत बनाकर सत्ता में लाने के लिए ताकतवर बनाना होगा और इसके लिए सबी को हाथ मिलाकर काम करना होगा।
देवेगौड़ा ने केन्द्र व राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए सीएए व एनआरसी का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि देश में होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी को धर्मनिरपेक्षता पर यकीन रखने वाले क्षेत्रीय दलों को विश्वास में लेकर आंदोलन करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा मे सीएए को अपने संख्या बल के आधार पर पारित करवा दिया।राज्य सभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत ंनहीं है लेकिन उसने सत्ता का दुरुपयोग करके करके विधेयक के खिलाफ वोट पडऩे नहीं दिए जिसके क्या दुष्परिणाम हुए हैं, यह सभी को समझ में आ गया है।
देवेगौड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता मुस्लिमों को दोहरे दर्जे के नागरिक बनाने पर तुले हैं। देश में करीब 40 करोड़ मुसलमान हैं जिनको यह सरकार कहां पर भेंजेगी? देवेगौड़ा ने सीएए, एनआरसी व एनपीआर को देश के लिए बड़ा आघात करार देते हुए कहा कि हमें इसके खिलाफ संघर्ष करना होगा। सरकार हमें जेल में भेजती है तो हमें जाने के लिए तैयार रहना होगा और किसी भी स्तर के आंदोलन के लिए हमें सदैव तैयार रहना होगा और मोदी व शाह के फैैसलों के खिलाफ कड़ा संघर्ष करना होगा। केरल, बिहार व ओडि़सा की सरकारों ने इस कानून को लागू नहीं करने की बात कही है।
देवेगौड़ा ने कहा कि पिछले कुछ समय में पार्टी को बड़े आघात लगे हैं। उपचुनावों में हम सभी पन्द्रह सीटों पर हार गए और कांग्रेस केवल दो सीटें ही निकाल पाई। इसके कारण यह नहीं सोचें की जनतादल-एस डूब गया है। देवेगौड़ा हार गए हैं पर पार्टी को दुबारा खड़े करने का काम कार्यकर्ताओं को करना है। हमें सभी जिला मुख्यालयों पर संघर्ष करने वली सेना को तैयार करना होगा। कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री के पद पर रहते फसली ऋण माफ किए पर उपचुनावों में किसी ने इस बात को मन में नहीं रखा। हालांकि बेलगावी जिले में हमने सक्षम उम्मीदवार खड़े किए थे इसके बावजूद हम हार क्यों गए यह मैंने जान लिया है।
सम्मेलन को पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी, रेवण्णा, बंडप्पा कासमपुर, वाईएसवी दत्ता सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पार्टी के सांसदों, विधायकों, पिछले चुनाव हारे उम्मीदवारों,पूर्व विधायकों , पूर्व सांसदों, जिला व तालुक पंचायत सदस्यों , पार्षदों सहित पदाधिकारियों ने भाग लिया।