डिजिटल तकनीक समावेशी होनी चाहिए: नडेला
भरोसे और नैतिकता को नजरअंदाज नहीं करे डेवलपर्सभारतीय स्टार्टअप्स के विचार बदलावकारी
डिजिटल तकनीक समावेश होनी चाहिए: नडेला
बेंगलूरु.
माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) सत्य नडेला ने कहा है कि डेवलपर्स को समाधान विकसित करते समय नैतिकता और भरोसा कायम करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे प्रौद्योगिकी का लाभ सभी को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यहां मंगलवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘आज प्रौद्योगिकी सर्वव्यापी हो रही है और इसका प्रसार समाज और हमारे जीवन में हो रहा है। प्रौद्योगिकी के साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है।Ó नडेला ने कहा कि सवाल यह है कि ये समाधान सभी तरह के उद्योगों मसलन खुदरा, स्वास्थ्य सेवा और कृषि की समृद्धि में इस्तेमाल हो सकें। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल डेवलपर्स, भागीदारों और उपभोक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी समावेशी होनी चाहिए।
भारत में जन्मे नडेला ने इस बात पर जोर दिया कि डेवलपर्स को विविध टीमों के साथ काम करना चाहिए जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का विकास करने वाले मॉडलों में किसी तरह का अवांछित पक्षपात दिखाई नहीं दे। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक वाहन, अक्षय ऊर्जा और स्टोरेज प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप्स के विचारों की गुणवत्ता बड़े बदलावकारी हंै। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार देश में करीब 42 लाख डेवलपर्स हैं। आगामी वर्षों में भारत इस तरह की प्रतिभाओं के मामले में शीर्ष पर होगा। नडेला तीन दिन की भारत यात्रा पर आए हैं। एक दिन पहले माइक्रोसॉफ्ट के सीइओ रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के साथ परिचर्चा में शामिल हुए थे।