भाव बिना भक्ति फलती नहीं: साध्वी अणिमाश्री
गांधीनगर में सामूहिक आयंबिल अनुष्ठान

बेंगलूरु. साध्वी अणिमाश्री के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में तेरापंथी सभा गांधीनगर के तत्वावधान में प्रभु पाश्र्वनाथ जन्म कल्याणक उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल, गांधीनगर द्वारा सामूहिक आयंबिल अनुष्ठान भी रखा गया।
साध्वी अणिमाश्री ने कहा कि तीर्थंकर परंपरा में भगवान पाश्र्वनाथ का महत्वपूर्ण स्थान है। ऐतिहासिक दृष्टि से पाश्र्व ने जो काम किया, वह विलक्षण है, साधु संस्था का पहली बार सूत्रपात उन्होंने किया। उनकी बनाई परंपरा आज तक चली आ रही है। भगवान पाश्र्वनाथ का मंगल स्मरण आधि, व्याधि, उपाधि शामक है। उनका नाम समाधान प्रदायक है। आध्यात्मिक उन्नयन के अंतरद्वार का उद्घाटन करने वाला है। ऊर्जा के सवंर्धन का अचूक उपाय है।
साध्वी ने कहा कि हम भाव के साथ प्रभु की भक्ति करें। भाव बिना भक्ति फलती नहीं, भक्ति के बिना अनुरक्ति बढ़ती नहीं और अनुरक्ति के बिना शक्ति संवर्धन नहीं होता। बिना शक्ति के कर्म का क्षय भी नहीं होता।
साध्वी कर्णिकाश्री, साध्वी सुधाप्रभा, साध्वी समत्वयशा, साध्वी मैत्री प्रभा ने सुमधुर गीत का संगान किया। साध्वी मैत्रीप्रभा ने मंच संचालन किया।
महिला मंडल अध्यक्ष शांति सकलेचा, महासभा के सह मंत्री प्रकाश लोढ़ा, सभा के उपाध्यक्ष महावीर धोका, मुंबई से समागत उपासक रतन सियाल ने विचार व्यक्त किए। विजेता रायसोनी ने आभार व्यक्त किया।
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