साध्वियों का आध्यात्मिक मिलन
बैंगलोरPublished: May 19, 2019 06:21:25 pm
साध्वी कीर्तिलता ने कहा की गुरुदेव की कृपा से पेटलावद (मध्यप्रदेश ) का चातुर्मास संपन्न कर लगभग 1700 किलोमीटर का विहार कर अपनी जन्म स्थली बेंगलूरु पहुंचे हैं और आज विजयनगर में साध्वी वृंद से मिल कर अपार खुशी मिल रही है
साध्वियों का आध्यात्मिक मिलन
बेंगलूरु. विजयनगर स्थित अर्हम भवन में साध्वी कीर्तिलता एवं साध्वी मधुस्मिता का आध्यात्मिक मिलन का कार्यक्रम हुआ। साध्वी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साध्वी कीर्तिलता ने कहा की गुरुदेव की कृपा से पेटलावद (मध्यप्रदेश ) का चातुर्मास संपन्न कर लगभग 1700 किलोमीटर का विहार कर अपनी जन्म स्थली बेंगलूरु पहुंचे हैं और आज विजयनगर में साध्वी वृंद से मिल कर अपार खुशी मिल रही है। इस अवसर पर सभाध्यक्ष बंशीलाल पितलिया ने सभी का स्वागत किया। साध्वी कीर्तिलता के विजयनगर में आने पर स्वागत किया। साध्वी शांतिलता एवं साध्वी स्वस्थ प्रभा ने विचार व्यक्त किए। साध्वीवृंद ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। तेयुप अध्यक्ष दिनेश मरोठी, महिला मंडल की मंत्री महिमा पटावरी, छत्रसिंह मालू ने विचार रखे। महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत का प्रस्तुत किया गया। विजयनगर सभा के मंत्री कमल तातेड़ ने आभार व्यक्त किया। संचालन महिला मंडल की उपाध्यक्ष प्रेम भंसाली ने किया।
दुख तो आपके आमंत्रित मेहमान हैं
मैसूरु. हमारे जीवन में सुख या दु:ख जो भी आते हैं, वे हमारे द्वारा बुलाए गए हमारे आमंत्रित मेहमान ही हंै। आचार्य मुक्तिसागरसूरी ने महावीर भवन में अपने अंतिम प्रवचन में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि इंसान ने पूर्व जन्म में शुभ या अशुभ जो भी कर्म किए हैं वे ही पुण्य और पाप का बंध करवा कर सुख या दुख के रूप में सामने आते हैं। सुमतिनाथ जैन श्वेेतांबर मूर्ति पूजक संघ के अध्यक्ष अशोक दातेवाडिय़ा ने आचार्य से मैसूरु पुन: पधारने की विनती की। ट्रस्टी बाबूलाल मुणोत, विमल भैसवाड़ा, नगराज राठोड़, कांति लाल पटवारी, दलिचंद श्रीश्रीमाल, मदनलाल जैन मौजूद रहे।
वार्षिकोत्सव मनाया
मंड्या. सातनुर गांव में नरसीम स्वामी देवस्थान का वार्षिक उत्सव शनिवार को मनाया गया। श्रद्धालुओं ने देव दर्शन कर महामंगल आरती में भाग लिया। उधर केआरपेट तहसील में भी चामुंडेश्वरी देवी मंदिर का तीसरा वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया। दोपहर में शोभायात्रा निकाली गई।