दपरे के महाप्रबंधक ने किया मैसूरु-बेंगलूरु रेल खंड का निरीक्षण
दक्षिण-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को बेंगलूरु रेल मंडल के मैसूरु-बेंगलूरु खंड का निरीक्षण किया।

बेंगलूरु. दक्षिण-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को बेंगलूरु रेल मंडल के मैसूरु-बेंगलूरु खंड का निरीक्षण किया। उनके साथ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी केए मनोहरन, मंडल रेल प्रबंधक आरएस सक्सेना व अन्य विभागों के प्रभारी मौजूद थे। टीम ने प्रमुख स्टेशनों पर स्टेशन का काम, स्वच्छता, जल आपूर्ति, रेलवे क्वार्टर, वेटिंग रूम, रिफ्रेशमेंट रूम, बुकिंग कार्यालय, अस्पताल और डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया।
उन्होंने रेलवे क्रॉसिंग, घुमाव, समपार फाटक व रेलवे कॉलोनियों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने मंड्या में नए स्थायी मार्ग, कार्यालय और ट्रैक मेंटेनरों के लिए विश्राम गृह और मद्दूर में नर्सरी का उद्घाटन किया। उन्होंने मददूर में ओपन जिम और चिल्ड्रन पार्क की भी शुरुआत की।
महाप्रबंधक ने पांडवपुरा, येलियूर, मद्दूर स्टेशन में पौधरोपण किया। इस दौरान महाप्रबंधक को दैनिक यात्रियों ने विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन भी दिया।
काचीगुडा-केएसआर बेंगलूरु एक्सपे्रस का मैसूरु तक विस्तार
मैसूरु. दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) ने यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर ट्रेन १२७८५/१२७८९ काचीगुडा-केएसआर बेंगलूरु-काचीगुडा एक्सप्रेस का विस्तार मैसूरु तक करने का निर्णय किया है। पांच मार्च से ये ट्रेन मैसूरु से काचीगुडा के बीच चलेगी। दपरे के अनुसार यह ट्रेन काचीगुढ़ा-केएसआर बेंगलूरु के बीच सुपरफास्ट तथा केएसआर बेंगलूरु-मैसूरु के बीच एक्सप्रेस के रूप में चलेगी। बेंगलूरु-काचीगुडा के बीच दोनों छोरों से ट्रेन की समय सारिणी में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ट्रेन संख्या १२७८५ केएसआर बेंगलूरु से सुबह ०६.४० बजे प्रस्थान कर ०६.५९ बजे केंगेरी, ०७.२६ बजे रामनगरम, ०८.१६ बजे मंड्या व ०९.४० बजे मैसूरु पहुंचेगी। वापसी में ये टे्रन १२७८६ मैसूरु से दोपहर ०२.४५ बजे प्रस्थान कर ०३.३२ बजे मंड्या, शाम ०४.२४ बजे रामनगरम, ०४.५९ बजे केंगेरी तथा शाम ०५.४० बजे केएसआर बेंगलूरु पहुंचेगी।
मौत के वक्त जैसी मति, वैसी गति
बेंगलूरु. महावीर स्वामी संघ चामराजपेट के आराधना भवन में आचार्य विजय रत्न सेन सूरीश्वर ने शनिवार को प्रवचन में जीवन के अंत समय में जीवात्मा की जैसी मति होती है, वैसी ही अगले जनम की गति होती है। शुभ मति के साथ यदि प्राणों का त्याग होता है, तब तो जीवात्मा की शुभ गति होती है परंतु यदि क्रोध, लोभ, भय आदि दुर्गति के साथ प्राणों का त्याग होता है तब जीवात्मा की अधो गति होती है।
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