बेंगलूरु. प्रदेश में राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस व जद-एस गठबंधन समिति के अध्यक्ष सिद्धरामय्या के आवास पर दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में भाजपा के ऑपरेशन कमल से सरकार पर आए संकट पर भी चर्चा हुई। कुमारस्वामी ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, मंत्री डीके शिवकुमार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव के साथ लंबी बातचीत की और भाजपा द्वारा सरकार गिराने के प्रयासों का मुंह तोड़ जबाव देने का निर्णय किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर हुई बैठक में गठबंधन सरकार पर आसन्न खतरे के संबंध में सिद्धरामय्या की राहुल गांधी से हुई बातचीत के बारे मेंं कुमारस्वामी को जानकारी दी गई और दोनों ही दलों के के विधायकों को विश्वास में लेकर चलने पर सहमति बनी। जद-एस के सूत्रों का कहना है कि दोनों पार्टियों के नेताओं ने ऑपरेशन कमल से विधायकों को बचाने की योजना पर भी चर्चा की। बताया जाता है कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अगर भाजपा गठबंधन के विधायकों को तोडऩे की कोशिश करती है तो दोनों दलों के विधायकों को हासन ले जाया जाएगा और वहां बैठक कर शक्ति प्रदर्शन किया जाए। अगर कुछ विधायक टूट जाएं तो विधानसभा अध्यक्ष उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करें। बताया जाता है कि ऑपरेशन कमल का जवाब देने के लिए भाजपा के उन 10 विधायकों की सूची भी तैयार करने की बात हुई जिन्हें पाला बदलने के लिए राजी करने की कोशिश की जाएगी। हालांकि, तय किया गया कि ऐसी कार्रवाई की पहल हमारी तरफ से नहीं होनी चाहिए। सूत्रों का कहना है कि अगर ऑपरेशन कमल के कारण सरकार पर संकट आया तो विधानसभा भंग करने का कदम उठाने पर भी चर्चा हुई। असंतुष्ट विधायकों से बात करेगी कांग्रेस बैठक में कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के ही ज्यादा विधायक भाजपा के संपर्क में हैं लिहाजा उनको पार्टी से बंाधकर रखने की जिम्मेदारी आपकी है। इस पर सिद्धरामय्या ने कहा असंतुष्टों को बुलाकर उनसे बातचीत की जाएगी। बैठक में कहा गया कि सरकार गिराने का दम भाजपा में नहीं है लिहाजा इस बारे में अनावश्यक बयानबाजी के बजाय सत्तारूढ़ दल को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। बैठक में येड्डियूरप्पा के इशारे पर शिवकुमार व अन्य नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसिंयों के दुरुपयोग पर चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार इससे पहले सिद्धरामय्या ने बीती रात अपने निवास पर शिवकुमार व दिनेश गुंडुराव के साथ भी करीब दो घंटे तक चर्चा की और इस दौरान शिवकुमार को बेलगावी जिले की राजनीति में बेवजह दखल नहीं करने की सलाह दी। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि मौजूदा हानात को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार और निगम-मंडलों की नियुक्तियों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया जाए। जद-एस विधायकों की बैठक शनिवार को हासन में होगी।