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जिलों का हाल : गदग में पानी सबसे बड़ा मुद्दा

locationबैंगलोरPublished: Apr 05, 2018 06:29:01 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

कुल सीटें : 4
कांग्रेस : 4, भाजपा : 0
नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है ‘महादयी का पानी’
 

gadag
बेंगलूरु. गदग जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हैं और चारों कांग्रेस के कब्जे में हैं। सत्ताधारी दल अपना दबदबा कायम रखने की कोशिश करेगा तो मुख्य विपक्षी दल भाजपा कांग्रेस की आकांक्षाओं में सेंध लगाने की फिराक में है। इस सबके बीच यहां ‘महादयी नदी का पानी’ नेताओं की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है। अब तक कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर महानदी जल बंटवारा विवाद न सुलझा पाने का आरोप लगाते रहे हैं। लिहाजा जनता में नेताओं के प्रति असंतोष व्याप्त है। महादयी विवाद को लेकर चल रहे आंदोलन में सक्रियता के कारण जनता दल(ध) ने अपनी जड़ें गहराई तह पहुंचाई हैं।
हर दल में दावेदारों की लंबी सूची
गदग, रोण, नरगुंद तथा शिरहट्टी-चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने मौजूदा विधायकों को ही टिकट देने के संकेत दिए हैं लेकिन भाजपा के लिए हर सीट के लिए दावेदारों की फेहरिश्त लंबी होने के कारण प्रत्याशी का चयन मुश्किल भरा है। वर्ष 2008 के चुनाव में भाजपा ने यह चारों सीटेंं कांग्रेस से छीनी थीं। वर्ष 2013 में कांग्रेस ने भाजपा को फिर से इन चारों सीटों पर हराया था। वर्ष 2013 में केजेपी तथा बीएसआर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी अब भाजपा के टिकट के दावेदार बने हैं।
गदग विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री एच.के.पाटिल को कांग्रेस का टिकट मिलना तय माना जा रहा है। वर्ष 2013 में पहली बार इस क्षेत्र से चुनाव लडऩे वाले पाटिल ने बीएसआर कांग्रेस के अनिल मेणसीनकायी को हराया था। यहां से भाजपा में अनिल मेणसीनकायी, पूर्व विधायक श्रीशैलप्पा बिदरुर व जिला भाजपा के महामंत्री राजू कुरुडगी दावेदार है। वहीं, जनता दल (ध) के टिकट के लिए कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) के पूर्व निदेशक मोहन मलशेट्टी, एम.एस. पर्वत गौड़ा तथा लीला अगसनकोप्पा दावेदार हैं। वर्ष 2013 के चुनाव में रोण क्षेत्र में कांग्रेस के जी.एस. पाटिल ने भाजपा के कलकप्पा बंडी को हराया था। कांग्रेस फिर एक बार यहां जी.एस. पाटिल को टिकट देने के संकेत दिए हैं। लेकिन कई स्थानीयकांग्रेस नेता टिकट के लिए लामबंदी कर रहे हैं। भाजपा में भी मोहन लिंबेकाई, अमरेश्वर बुधिहल व श्रीशैलप्पा बिदरुर ने दावेदारी पेश की है। जनता दल (ध) में मुक्तुमसाब मुधोल, रविंद्रा दोड्डमेटी, एस.एच. सोमपुरा तथा मुत्तण्णा मायगेरी ने दावेदारी पेश की है।
शिरहट्टी से कांग्रेस के विधायक रामकृष्णा दोड्डमनी को टिकट मिलना तय माना जा रहा है। भाजपा टिकट के लिए पूर्व विधायक रामण्णा लमाणी को भीम सिंह राठौड़, जयलक्ष्मी हालप्पनवर, एस. रामण्णा लमाणी, अश्वथ नायक, एल.जी. दोड्डमनी ने दावेदारी पेश की है। जद (ध) के टिकट के लिए डॉ. नंजप्पा यमनप्पा बेलगली, एन.के. लमाणी, शिवू लमाणी ने दावेदारी पेश की है।
नरगुंद में निर्दलीय खिला पाएंगे गुल!
कलसा-बंडूरी (महादयी) जल विवाद को लेकर हुए आंदोलन के कारण पूरे देश में नरगुंद ने सुर्खियां बटोरी थीं। महादयी आंदोलन से जुड़े विजय कुलकर्णी इस क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडऩा चाहते हैं। इस क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बीआर यावगल ने 5 बार चुनाव जीता है। अब छठी बार वे किस्मत आजमा सकते हैं। पूर्व मंत्री तथा जिला भाजपा इकाई के अध्यक्ष सी.सी. पाटिल ने भाजपा के टिकट के लिए दावेदारी पेश की है। जनता दल (ध) के टिकट के लिए सीएस पाटिल, बीएस उप्पार तथा शरण गौड़ा पाटिल ने दावेदारी पेश की है।
तथ्य ये भी
15 वर्ष पहले गदग जिला अस्तित्व में आ गया था। वर्ष 2004 के विधानसभा चुनाव में इस जिले में 2 सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा ने खाता खोला था। तब जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र थे। पुनर्गठन के कारण वर्ष 2008 में इस जिले में 4 विधानसभा क्षेत्र बचे थे। वर्ष 2008 के चुनाव में भाजपा के पक्ष में चली लहर के कारण मंत्री एच.के. पाटिल को भाजपा के श्रीशैलप्पा बिदरुर ने हराया था। उसके पश्चात वर्ष 2013 के चुनाव में पाटिल ने इस क्षेत्र में जीत हासिल की थी।
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