वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि वास्तविकता यह है कि भाजपा हारने जा रही है। भाजपा भले ही 300 से 400 सीटें जीतने की भविष्यवाणी के बाद जश्न मना रही है लेकिन विश्वस्त सूचना यह है कि यूपीए फिर एक बार केंद्र की सत्ता में आएगी। पिछली बार जब दिल्ली गए थे तब विभिन्न पार्टियों के नेताओं का यही मत था।
इस बार एग्जिट पोल पूरी तरह गलत साबित होंगे और राज्य में कांग्रेस-जद-एस गठबंधन को अधिक सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इवीएम को हैक करने की संभावना होने के बावजूद चुनाव आयोग ने उसे नहीं हटाया। मतपत्रों के जरिए मतदान कराने के आग्रह को ठुकरा दिया।
रमेश जारकीहोली ने बेंगलूरु में की समर्थकों से मुलाकात
बेंगलूरु. एग्जिट पोल आने के बाद कांगेस के असंतुष्ट विधायक रमेश जारकीहोली फिर सक्रिय हो गए हैं। चुनाव के दौरान खामोश रहने वाले गोकाक के विधायक सोमवार को बेंगलूरु पहुंचे और अपने समर्थकों के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक वे मंगलवार को नई दिल्ली जा सकते हैं जहां संभवत: भाजपा नेताओं से उनकी मुलाकात होगी।
इस बीच बेलगावी से बेंगलूरु पहुंचे जारकीहोली अपने समर्थक विधायकों के साथ भेंट की और शीघ्र ही अच्छी खबर सुनाने की बात कही। माना जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस के पांच से छह असंतुष्ट विधायकों के अलावा पूर्व विधायक सी.पी.योगेश्वर से भी बात की है। दरअसल, एग्जिट पोल में हार की संभावना को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार दबाव में है वहीं भाजपा पहले से ही कहती आ रही है कि 23 मई के परिणामों के बाद राज्य सरकार गिर जाएगी।
रमेश जारकीहोली सहित अन्य नेताओं की सक्रियता को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। गठबंधन के घटक कांग्रेस और जदएस के बीच पहले से ही बयानबाजी चल रही है। सूत्रों का कहना है कि पहले ही कांग्रेस छोडऩे की बात कह चुके रमेश जारकीहोली के साथ कुछ अन्य विधायक भी पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद ऐसा हो सकता है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि रमेश जारकीहोली का इस्तीफा गठबंधन सरकार के पतन का कारण बनेगा। रमेश जारकीहोली लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। राज्य के पिछले बजट सत्र के दौरान उन्होंने पार्टी व्हिप का बार-बार उल्लंघन किया। उनके खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के पास शिकायत लंबित है। उनके अलावा दो अन्य विधायकों के खिलाफ भी व्हिप उल्लंघन की शिकायत है।