नवंबर, दिसंबर और जनवरी महत्वपूर्ण
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि दशहरे के बाद भी कई त्योहार हैं। सर्दी का मौसम अपने साथ संक्रमण ला सकता है। त्योहारों के कारण बड़ी संख्या में लोग एक-दूसरे से मेलजोल कर रहे हैं। नवंबर, दिसंबर और जनवरी में सर्वाधिक सतर्कता बरतने की जरूरी है। लोगों को चाहिए कि लगातार घट रहे कोविड के नए मरीजों की संख्या से भ्रमित होकर लापरवाही नहीं बरतें।
कोविड-19 तकनीकी सलाहकार समिति के प्रमुख एम. के. सुदर्शन के अनुसार दीपावली नजदीक है। नवंबर के अंत में सही स्थिति सामने आएगी। बेंगलूरु शहर में कोविड के नए मामले घटे हैं। प्रतिदिन 5,000 के मुकाबले बीते कुछ सप्ताह से अब 1500 से 2000 नए मामले सामने आ रहे हैं। रविवार तक बेंगलूरु में 30,598 एक्टिव मामले थे। जो अन्य किसी भी शहर से सर्वाधिक हैं।
कुछ दिनों में पुणे से आगे निकला बेंगलूरु
सितंबर में पुणे के बाद बेंगलूरु में सबसे ज्यादा मरीज उपचाराधीन थे। लेकिन सितंबर के अंमित दो सप्ताह और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में बेंगलूरु में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। कुछ दिन में ही बेंगलूरु पुणे से आगे निकल गया। पुणे में 31 अक्टूबर तक 24,702 एक्टिव मामले थे। बेंगलूरु में पॉजिटिविटी और मृत्यु दर में भी कमी आई है। बेंगलूरु में पॉजिटिविटी दर 3.9 फीसदी है। राज्य में औसत पॉजिटिविटी दर 3.5 फीसदी दर्ज की गई है। शहर के फेटालिटी दर (प्रति 100 पॉजिटिव केसेस पर होने वाली मौतें) भी जुलाई में दो फीसदी से घटकर अब करीब एक फीसदी हो गई है।