आंदोलनकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है तथा संक्रामक रोग फैलने की संभावना है। छात्रावासों में साफ-सफाई नहीं की जाती, छात्रावासों का हाल बुरा है। छात्रावासों में लाखों रुपए खर्च कर सोलर वाटर हीटर्स लगाए गए हैं, लेकिन ये सही तरीके से काम नहीं करते। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से वर्तमान में शुद्ध पेयजल व्यवस्था इकाई को बदलने तथा पानी की गुणवत्ता में सुधार करने की मांग की है। परिसर में मच्छरों का साम्राज्य है।
इनके कारण कई तरह के रोग फैल रहे हैं। उन्होंने परिसर व छात्रावासों से मच्छर भगाने के तुरंत उपाय करने की मांग की है। नलकूपों और शौचालयों की भी मरम्मत की आवश्यकता है। विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रभारी उप कुलपति प्रो. टी के उमेश, रजिस्ट्रार आर राजन्ना और छात्र कल्याण अधिष्ठाता को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर सुरेश के एम, चेतन, गोविंदराजू, नागेन्द्र, अजित, सुरेश और अन्य मौजूद थे।
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन
मैसूरु. जिला युवक कांग्रेस के सदस्यों ने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में वृिद्ध के खिलाफ शनिवार को यहां विधि अदालत के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध जताने के लिए वे दोपहिया वाहन और ठेलागाड़ी में लेकर आए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल व डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने २०१४ के लोकसभा चुनाव में जनता से किए दावे पूरे नहीं किए। भाजपा सरकार ने गरीबों के विकास के लिए कुछ नहीं किया है। पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि रोकने में सरकार नाकाम रही है।