scriptआध्यात्मिक विकास के लिए दोषों का नाश जरूरी | Due to spiritual development, destruction of defects is necessary. | Patrika News

आध्यात्मिक विकास के लिए दोषों का नाश जरूरी

locationबैंगलोरPublished: Dec 15, 2018 05:11:18 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

सर्वप्रथम हमें अपने भीतर देखना होगा कि कितने दुर्गुण मेरे अंदर है।

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आध्यात्मिक विकास के लिए दोषों का नाश जरूरी

बेंगलूरु. सिद्धाचल स्थूलभद्र धाम में आचार्य चंद्रयश सूरीश्वर ने कहा कि आध्यात्मिक विकास के लिए गुणों का विकास और दोषों का नाश अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि मानव जीवन में संसार में रहने पर दोषों का लगना स्वाभाविक है परन्तु अपना लक्ष्य सर्व दोषों से मुक्त बनने का ही होना चाहिए।
सर्वप्रथम हमें अपने भीतर देखना होगा कि कितने दुर्गुण मेरे अंदर है।

मन में दूसरों पर निर्भर होने का विचार नहीं लाएं निशक्तजन
मंड्या. तालुक विधि समिति, वकील संघ और तालुक आरोग्य केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में मद्दूर तहसील के आरोग्य केंद्र में निशक्त लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए कार्यशाला हुई।
न्यायाधीश आरपी गौड़ा ने निशक्त लोगों का धैर्य व हौसला बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि निशक्त कभी भी अपने मन में किसी पर निर्भर होकर जीवन जीने के विचार नहीं लाएं।

सरकार ने निशक्तजनों के लिए कई योजनाएं निकाली है। आरोग्य केन्द्र के अधिकारी शिवण्णा गौड़ा ने तीन व्हील चेयर, आठ निशक्त लोगो को बैशाखी भेंट की। महतेश कुमार, आशा कुमारी, रमेश गौड़ा, कुमार गौड़ा आदि मौजूद थे।
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