निलेकणी ने कहा कि डिजिटल डाटा आर्किटेक्चर तैयार हो जाने के बाद कारोबार फिर से तेजी के साथ चल पड़ेगा। एक बार निर्णय करने का आधार डाटा बन जाए तो बड़ा बदलाव आएगा। पूरे विश्व में सरकार और जनता के बीच डाटा केंद्रीय भूमिका निभा रहा है। यह सशक्तिकरण का माध्यम बन रहा है।