चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए हर तरह की व्यवस्था की है। जहां विकलांग मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है] वहीं बेंगलूरु शहर में ६० बूथ सिर्फ महिलाओं के नाम किया गया है। इन्हें शक्ति बूथ नाम दिया गया है। चुनाव आयोग ने कुल 30,197 मतदान केंद्रों की स्थापना की है जिनमें से 6 318 (लगभग 20 फीसदी) संवेदनशील घोषित किया गया है।
मतदान के दौरान शांति बनाए रखने व किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए कुल 45 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। सभी सीटों पर वीवीपैट इवीएम मशीनों से ही मतदान होंगे। चुनाव आयोग ने मतदान टोलियों को इवीएम, वीवीपैट मशीनों व चुनाव सामग्री के साथ संबंधित मतदान केन्द्रों पर भेज दिया जहां मतदान की तैयारी शुरू हो गई है।
इन लोकसभा क्षेत्रों में होंगे मतदान
इस चरण में राज्य की उडुपी-चिकमगलूरु, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्गा, मंड्या, मैसूरु-कोडुगू, हासन, चामराजनगर, तुमकूरु, कोलार, चिक्कबलापुर, बेंगलूरु उत्तर, बेंगलूरु दक्षिण, बेंगलूरु मध्य, बेंगलूरु ग्रामीण लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे।
प्रमुख हस्तियां जिनकी किस्मत बंद होगी इवीएम में
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा (तुमकूरु), पूर्व मुख्यमंत्री डी.वी.सदानंद गौड़ा (बेंगलूरु उत्तर), पूर्व मुख्यमंंत्री एम.वीरप्पा मोइली( चिक्कबलापुर), मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी (मंड्या), देवगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवण्णा (हासन), पूर्व केंद्रीय मंत्री के.एच. मुनियप्पा (कोलार), भाजपा की प्रदेश महासचिव शोभा करंदलाजे (उडुपी-चिक्कमगलूरु), राज्य के ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री कृष्णा बेरेगौड़ा (बेंगलूरु उत्तर)।