सोराब तालुक और इसके आसपास के खेतों में खड़ी फसलों को तबाह कर रहे चार हाथियों (Elephants) को पकडऩे या जंगल में खदेडऩे में वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। टुमरीकोप्पा, कछवी और बंकासना गांव के किसानों के लिए ये हाथी आफत बने हुए हैं। वन अधिकारियों के अनुसार हाथियों के इस झुंड में दो मादा, एक नर और एक बच्चा हाथी शामिल है। झुंड मंगलवार को अनवत्ती ग्राम पंचायत सीमा में देखा गया था। झुंड के तलगड्डे संरक्षित वन सीमा में होने की संभावना है।
रेंज वन अधिकारी जावेद बाशा अंगडी ने शनिवार को बताया कि झुंड उत्तर कन्नड़ जिले के दंडेली वन से सोराब तालुक पहुंचा है। हाथियों को वन में खदेडऩे के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सकरेबेल हाथी शिविर के तीन महावत झुंड की गतिविधियों पर नजर रखने में मदद कर रहे हैं। मौजूदा जानकारी के अनुसार झुंड उत्तर कन्नड़ वन सीमा की ओर बढ़ रहा है। अंडीगे गांव के आसपास हाथियों को देखा गया है।
तलगड्डे संरक्षित वन से अंडीगे के रास्ते में हाथियों ने टुमरीकोप्पा, कछवी और बंकासना गांव के खेतों में खड़ी धान और केले की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वन विभाग नुकसान का आंकलन कर रहा है। मौजूदा मानदंडों के अनुसार प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिए जाने का दावा किया जा रहा है।