scriptहर श्रावक को मिलेगा समय के अनुसार महामस्तकाभषेक का लाभ-चारूकीर्ति स्वामी | Every Shravak will get the benefit of Mahamastakabhishek | Patrika News

हर श्रावक को मिलेगा समय के अनुसार महामस्तकाभषेक का लाभ-चारूकीर्ति स्वामी

locationबैंगलोरPublished: Feb 09, 2018 02:12:42 pm

Submitted by:

Arvind Mohan Sharma

-महामस्तकाभिषेक महोत्सव के अंतर्गत शुरू हुआ पंचकल्याणक

 "gommateshvara bahubali"
एक पाषाण को संस्कारित कर पूजनीय बनाने की विधि पंचकल्याणक कहलाती है। गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान और मोक्ष मिलकर पंचकल्याणक कहलाते हैं। महामस्तकाभिषेक महोत्सव के अंतर्गत हो रहे 5 दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव के प्रथम दिन गुरुवार को भगवान आदिनाथ की गर्भ कल्याणक क्रिया संपन्न की गई। इस मौके पर पूरे देश से चुने हुए 85 श्रावकों ने इंद्र-इंद्राणी बनकर गर्भ कल्याणक की क्रिया मंत्रोच्चार के साथ पूरी की। गर्भकल्याणक के मौके पर चामुंडराय मंडप में माता की गोद भराई का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम स्थल पर 35 अलग-अलग वेदियों पर विद्वान मंत्रों का उच्चारण कर रहे थे।
इससे पहले सुबह बजे से अनेक प्राचीन पद्धति के वाद्य यंत्रों की धुन के साथ गर्भ कल्याणक की शुरुआत हुई। सिर पर मुकुट, गले में हार और हाथों में पूजन द्रव्य लेकर कोई संस्कारशाला की ओर बढ़ा तो कोई कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित 330 साधुओं की आहारचर्या में जा रहा था। शाम 5.30 बजे लकड़ी के हाथी पर भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें हाथी पर कुबेर रत्न वृष्टि कर रहे थे।महामस्तकाभिषेक में भाग लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो चुका है।
श्रवणबेलगोला जैन मठ के भट्टारक चारूकीर्र्ति स्वामी जी ने बताया कि आने वाले हर श्रावक को समय के अनुसार महामस्तकाभिषेक करने का लाभ मिलेगा। श्रावकों के रहने और भोजन की व्यवस्था भी की गई है। अगर वे अपने आने की सूचना पहले से देते हैं तो उनकी व्यवस्था कर दी जाएगी। कार्यक्रम स्थल पर बनाई गई सत्रह भोजनशालाओं में अन्न दान की बड़ी मुहीम चल रही है, जिसमें उत्तर भारत से खासकर राजस्थान से कई क्विंटल भोजन सामग्री ट्रक के माध्यम से आ रही हैं। त्यागी नगर में अस्थाई गार्डन का निर्माण भी किया गया है।
सार्वजनिक भोजनशालाओं का शुभारंभ भी किया गया और 10 मिनी बसों की व्यवस्था भी सार्वजनिक भोजनशाला तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए की गई। भोजनशालाओं के शुभारंभ के समय धर्मस्थल के धर्माधिकारी डॉक्टर वीरेंद्र हेगड़े, कर्नाटक के पशुपालन एवं रेशम विभाग के मंत्री ए. मंजू, विधान परिषद के सदस्य एम.ए. गोपाल स्वामी, श्रवणबेलगोला के विधायक बालकृष्ण भी उपस्थित थे। जैन मठ के भट्टारक चारुकीर्ति भट्टारक स्वामी ने कहा है कि जो भी श्रद्धालु श्रवणबेलगोला आएगा, वह भोजन किए बिना नहीं जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर अन्य सार्वजनिक भोजनशालाओं की भी व्यवस्था की जाएगी।
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