विभिन्न राज्यों के 144 स्टॉल में होगी 255 खादी उत्पादों की प्रदर्शनी
शहर के फ्रीडम पार्क के परिसर मे २ जनवरी से राष्ट्रीय स्तर के खादी मेले का आयोजन किया जा रहा है। लघु उद्यम मंत्री एस.आर. श्रीनिवास ने यह जानकारी दी।

बेंगलूरु. शहर के फ्रीडम पार्क के परिसर मे २ जनवरी से राष्ट्रीय स्तर के खादी मेले का आयोजन किया जा रहा है। लघु उद्यम मंत्री एस.आर. श्रीनिवास ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ३१ जनवरी तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी करेंगे, २९ दिन तक चलने वाले इस मेले में इस १ लाख ५० लोग भाग लेने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि मेले में ५० करोड़ रुपए मूल्य के खादी के २५५ उत्पादों का प्रदर्शन तथा बिक्री होगी।
मेले में देश के विभिन्न राज्यों के ३१ तथा राज्य के ४६ स्टॉल्स समेत कुल १४४ स्टॉल्स होंगे। मेले के दौरान प्रति दिन शाम को राज्य के विभिन्न जिलों के लोक कलाकार, संगीत कलाकार प्रति दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। इसके अलावा खादी फैशन शो तथा मेला देखने आने वालों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा।
संगठन से ही समाज का समग्र विकास
बेंगलूरु. संगठन विकास का कारण बनता है लेकिन विघटन विनाश को जन्म देता है। चूंकि हव्यक सम्मेलन संगठन को मजबूत करने में लगा हुआ है इसलिए हमें इसका समर्थन करना चाहिए। संगठन से ही समाज का समग्र विकास संभव है।
यह विचार रामचंद्रपुर मठ के शंकराचार्य राघवेश्वर भारती स्वामी ने व्यक्त किए। वे शनिवार को पैलेस मैदान में आयोजित विश्व हव्यक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हव्यक का अर्थ है उजाला। जो स्वयं रोशन होता है वही दूसरों को रोशनी बांट सकता है। यही हव्यक संस्कृति है। श्रीमद्भागवत गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि हम स्वयं अपने मित्र हैं और शत्रु भी।
हमें अपने उद्धार के लिएखुद ही प्रयास करना होगा और संगठित होना होगा। कोई और हमारे विकास का दरवाजा खोलेगा,यह विचार सही नहीं है। इस मौके पर पेजावर मठ के विश्वेश्वर तीर्थ स्वामी ने कहा कि हव्यक समाज अपनी प्रतिभा और बौद्धिक क्षमता के लिएजाना जाता है। उडुपी मठ में ढेर सारे हव्यक विद्याथी हैं जो बेदद प्रतिभाशाली हैं।
उन्होंने समाज के संगठन पर जोर दिया। समारोह में जस्टिस श्रीधर राव, वरिष्ठ भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा, पूर्व मंत्री सुरेश कुमार सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। इस मौके पर हव्यक समाज के ७५ किसानों का सम्मान किया गया। सुबह गोष्ठी में समाज की वर्तमान स्थिति पर चिंतन मंथन हुआ। सुबह का शुभारम्भ सामूहिक गीता पाठ से हुआ। इस दौरान समूचा पैलेस मैदान श्लोकों से गुंजायमान रहा। शनिवार को शुरू हुआ फूड फेस्टिवल रविवार तक चलेगा।
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