खंडेलवाल ने व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे सभी ग्राहकों की नो यौर कस्टमर (केवाईसी) की पूरी जानकारी लें। इसके लिए फार्मेंट बनाकर हर व्यापारी फार्म बनाएं और उसमेें ग्राहक की पूरी जानकारी (जन्म कुंडली)भरें। उन्होंने चेक बाउंस होने की सरकार द्वारा निर्धारित ३० दिन की अवधि में कानूनी कार्रवाई करने को कहा। भुगतान प्राप्ति में विलम्ब न हो इसके लिए ग्राहक से लगातार तकादा करता रहें। भुगतान प्राप्ति मेें जितना विलंब होगा, उतना ही धन प्राप्ति का प्रतिशत कम हो जाएगा।
जहां तक हो इस प्रक्रिया में सुस्ती नहीं बरती जानी चाहिए। खंडेलवाल ने सटीक, सशक्त, सारगर्भित वक्तव्य में उदाहरण सहित बकाया राशि वसूलने पर अपनाए जाने वाले नुस्खों की जानकारी दी। उपस्थित व्यापारियों को व्यापार का महत्वपूर्ण हिस्सा माना तथा व्यापार के मूलभूत सिद्धान्त, बकाया वसूली के नियमों से वाकिफ रहने पर बल दिया। अवसर को भुनाने तथा चुनौतियों से निपटने के लिए सजग रहने की वकालात की।
इस अवसर पर खागा के अध्यक्ष गौतमचंद पोरवाल ने कर्नाटक के होजरी एवं गारमेंट व्यापारियों की समस्याओं पर भी चर्चा की। खागा सदस्यों ने इस अवसर पर व्यापार बढ़ाने के लिए सुझाए गए नए आइडिया को अमल में लाने का भी निर्णय किया, साथ ही व्यापार की उन्नति के लिए आधुनिक तकनीकी अपनाने पर जोर दिया।
इससे पूर्व खागा अध्यक्ष गौतम पोरवाल व उपाध्यक्ष डूंगरमल चौपड़ा ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ। मंत्री प्रकाश भोजाणी ने कार्यकाल की रिपोर्ट पेश की। खागा के पूर्व अध्यक्ष सज्जनराज मेहता ने बिजनेस डॉक्टर सौरभ खंडेलवाल का परिचय दिया।
उपाध्यक्ष बिशनसिंह विराना, कोषाध्यक्ष छगनलाल जैन, सहमंत्री कैलाश बालर, वरदीचंद देवड़ा, सुखराज राजपुरोहित, पूर्व अध्यक्ष दिलीप जैन और कार्यकारिणी सदस्यों ने व्यवस्था संभाली तथा मुख्य वक्ता सौरभ खंडेलवाल का पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। पूर्व अध्यक्ष उम्मेदमल बूचा, नेमीचंद जैन, वसंत जैन, सज्जनराज मेहता, पहाड़सिंह राजपुरोहित, मनोज कुमार गर्ग भी समारोह में शरीक हुए। पूर्व अध्यक्ष सज्जनराज मेहता ने संचालन किया। सहमंत्री कैलाश बालर ने आभार जताया।