कृषि विभाग के प्रमुख सचिव राजेंद्र कटारिया के मुताबिक इस बार राज्य में 8 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी जिलों में खाद तथा बीज के भंडारण की व्यवस्था की गई है।गत वर्ष 5 लाख 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई थी।अब हो रही बारिश अगस्त माह में बरकरार रहने की उ मीद है।
कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित हो उधर, राज्य किसान संघ के अध्यक्ष कोडीहल्ली चंद्रशेखर के अनुसार अधिक बुवाई के कारण अधिक उत्पादन होता है। अधिक उत्पादन होने के कारण कृषि उपज मंडियों में अधिक आवक के कारण इन फसलों को खरीदी मूल्य नहीं मिलता है। इससे किसानों को नुकसान होता है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाना चाहिए।
कृषि उत्पाद मूल्य आयोग को निर्णायक भूमिका निभाते हुए किसानों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। अगर कृषि उत्पाीदों को खरीदी मूल्य नहीं मिलता है तो ऐसी स्थिति में किसानों को फसलों का अधिक उत्पादन भी नुकसानदायी साबित होता है।