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आखिर किसानों को मिल ही गई वह खुशी जिसका उन्हें दस साल से इंतजार था

locationबैंगलोरPublished: Mar 07, 2021 07:18:45 pm

किसानों के लिए शुभ समाचार ला रही हल्दी

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बेंगलूरु. वैसे तो हल्दी (Turmeric) स्वास्थ्य व शुभ शगुन की दृष्टि से अति उत्तम मानी जाती है लेकिन इससे जुड़ा यह शुभ समाचार पाने के लिए किसानों ने दस साल तक इंतजार किया है। जी हां, पिछले दस सालों से किसानों के लिए मामूली सौदा बनती आई हल्दी इस बार किसानों की खुशी का कारण बन गई है। इस बार राजापुरी हल्दी की कीमतें आसमान छू रही हैं और जमीन पर किसानों के पांव बेहद मजबूती से पड़ रहे हैं।
ज्यादा बारिश, कम पैदावार

कर्नाटक की महाराष्ट्र सीमा पर किसानी में लगे एक किसान ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में हल्दी की यह कीमत नहीं मिल पाई थी। पिछले साल कर्नाटक में अत्यधिक बारिश के कारण हल्दी का उत्पादन कम होने के कारण इस बार हल्दी का भाव ऊंचे हैं। मांग में कोई कमी नहीं होने के कारण जिसके पास हल्दी है वह मालामाल हो रहा है।
दरअसल, बेलगावी के किसान महाराष्ट्र के सांगली जिले के स्थानीय बाजारों में अपने अधिकांश उत्पाद बेचते हैं। पिछले फसल सीजन में कर्नाटक में हल्दी के कम उत्पादन के कारण इसकी कीमतें महाराष्ट्र के सांगली जिले के स्थानीय बाजारों में आसमान छू रही हैंं।
हल्दी की सर्वश्रेष्ठ किस्म राजापुरी

हल्दी की सर्वश्रेष्ठ किस्म मानी जाने वाली राजापुरी हल्दी की बात करें तो इस वर्ष उच्च गुणवत्ता वाली यह हल्दी 21,000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही है।
एक हल्दी विक्रेता के अनुसार पिछले साल अत्यधिक बारिश की वजह से पैदावार कम हो गई थी। अब जिनके पास हल्दी वे किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

सांगली कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) सतारा बिक्री निगम में हल्दी की दरें न्यूनतम 7,000 रुपये प्रति क्विंटल और सौदे में अधिकतम 21,000 रुपये प्रति क्विंटल आंकी गई हैं, जबकि औसत कीमत 14,000 रुपए के आसपास है।
पिछले सप्ताह गोकाक की राजापुरी हल्दी को 17,100 रुपये प्रति क्विंटल दाम पर खरीदा गया था।
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