किसानों के लिए केवल जुमलेबाजी की जा रही है। केंद्र सरकार को सत्ता में आए तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए क्या किया है। चुनाव से पहले तो बड़े-बड़े वादे किए थे, वे वादे अब हवा हो गए हैं। देश में समग्र कृषि नीति लागू होनी चाहिए। किसानों को आत्मसम्मान के साथ जीने का अधिकार देना चाहिए। किसानों की आत्महत्याएं रुकनी चाहिए। आम आदमी का पेट आईटीबीटी, डिजिटल इंडिया से नहीं अन्न से भरता है और जब तक किसान अन्न नहीं उगाएगा तो आम आदमी को अन्न कहां से मिलेगा। किसानों का सम्मान करना चाहिए। किसानों की उपज को वाजिब दाम मिलना चाहिए। किसानों को सम्मान दिलाने के लिए कुछ नहीं किया गया है। आम आदमी पार्टी किसानों को सम्मान दिलाने तथा उन्हें उनका हक दिलाने के लिए देश भर में अभियान चलाएगी।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने शिक्षा पर अधिक जोर दिया है। अपने बजट का कुल 25 फीसदी राशि शिक्षा पर खर्च कर रही है। इतना देश के किसी राज्य ने नहीं किया है और न ही केंद्र सरकार ने किया है। दिल्ली सरकार शिक्षा के मुद्दे पर बेहद गम्भीर है।
शिक्षा से ही देश का विकास होगा। आज दिल्ली में बच्चे निजी स्कूलों से अधिक सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करना पसंद कर रहे हैं। इस बार के सीबीएई के परिणामों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने टॉप किया है और सर्वाधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। दिल्ली के सराकारी स्कूलों के लिए आठ हजार कक्षाओं का निर्माण किया, कक्षाओं को पूरी तरह डिजिटल बनाया गया है।
इससे बच्चों को सुविधा हो रही है। दिल्ली में सर्वाधिक फीस वसूलने वाली शिक्षण संस्थाओं को फीस वापस लौटानी चाहिए। अगर नहीं लौटाई तो उन शिक्षण संस्थाओं को सरकार अपने कब्जे में लेने के निर्देश दिए हैं। निजी संस्थान जो भी फीस लेते हैं उसमें पारदर्शिता होनी चाहिए। पारदर्शिता नहीं बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के 210 विधानसभा क्षेत्रों को ध्यान में रखकर आम आदमी पार्टी मिशन पांच हजार के तहत 210 विधानसभा के सभी पांच हजार निकायों के लिए पदाधिकारियों को नियुक्त करने का अभियान आरम्भ किया है। हम चुनावों को जीतने के मकसद से ही लड़ते हैं। संवाददाता सम्मेलन में आप के प्रदेश प्रभारी पृथ्वी रेड्डी समेत स्थानीय नेता उपस्थित थे।