पाटिल ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि मक्का व पुष्प उत्पादक दस लाख किसानों के खाते में राहत की पहली किस्त भेज दी गई है। जिन किसानों के खाते आधार से लिंक हैं, उनके खातों में राशि जमा हो गई है। उन्होंने कहा कि कुछ किसानों ने एयरटेल पेमेंट बैंक खातों को लिंक किया है लिहाजा उनको एयरटेल आउटेलेट पर जाकर धन प्राप्त करना होगा। कुछ जिलों में भी इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आई हैं।
इसका पता लगाया है और एयरटेल को भी जानकारी दी गई है। पाटिल ने बताया कि सतर्कता दलों द्वारा नकली बीजों की बिक्री का पता लगाने का काम जारी रखा गया है। रायचूर के तुरुवेहाल में पिछले बुधवार को आंध्रप्रदेश की तेजस नामक निजी कंपनी के माई सीड्स ब्रांड के सौ किलो कपास के बीज जब्त किए हैं।
पंद्रह दिन पहले इस निजी कंपनी से बीज खरीदकर बोने वाले किसान के खेत में बीज अंकुरित नहींं हुए जिसके बाद रायचूर के कृषि अधिकारियों ने खेत पर जाकर निरीक्षण किया है। इसी तरह गत ३० मई को यादगिरी के एक गोदाम पर छापा मारकर ३४,५९५ क्विंटल कपास के अवैध रूप से जमा बीज जब्त किए हैं। जब्त बीज के नमूने गुणवत्ता परीक्षण के लिए बेंगलूरु में प्रयोगशाला को भेेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।्र