गन्ने की पेराई तमिलनाडु की चीनी मिलों में करने का प्रस्ताव सामने आया है। मंड्या से तमिलनाडु की चीनी मिलों तक गन्ने की ढुलाई खर्च की मांग किसान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श कर ढुलाई का खर्चा दिया जाएगा। विपक्ष के कुछ सदस्यों ने मंड्या शुगर मिल शुरू करने की मांग रखी तो बसवराज होरट्टी ने कहा कि घाटे में चल रही इस मिल को बंद करना ही बेहतर होगा। इसका विरोध करते हुए श्रीकंठेगौड़ा ने कहा कि मिल बंद करने के बजाय इसका आधुनिकीकरण किया जा सकता है।
सहायता राशि का हमेशा दुरुपयोग
इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, जनता दल-एस या भाजपा तीनों सरकार के कार्यकाल के दौरान इस चीनी मिल को जितनी आर्थिक मदद दी गई है, उतने में तो तीन-चार नई चीनी मिल स्थापित की जा सकती थी। सहायता राशि का हमेशा दुरुपयोग हो रहा है यह सिलसिला रोकना होगा। हर बार इस मिल के लिए सहायता राशि जारी की जाती है, लेकिन हालात अभी तक नहीं सुधरे हैं।