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कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार भी बना कारोबार

locationबैंगलोरPublished: Apr 17, 2021 05:31:11 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

35 हजार रुपए का अघोषित पैकेज

कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार भी बना कारोबार

कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार भी बना कारोबार

बेंगलूरु. कोविड के शिकार होकर जान गंवाने वालों का अंतिम संस्कार करना उनके परिजनों के लिए महंगा साबित हो रहा है। अस्पताल से श्मशान तक शव पहुंचाने तथा अंतिम संस्कार के लिए अब 30-40 हजार रुपए से अधिक राशि वसूली जा रही है। भुगतान करने वालों द्वारा लाए गए शवों का संस्कार जल्दी किया जाता है। अन्य लोगों श्मशान के पास घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
गुरुवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित बीबीएमपी के 7 श्मशानों में 30 से 40 शव पहुंचने के कारण गुरुवार देर रात तक अंतिम संस्कार किया गया। ऐसी विकट स्थिति में भी मृतकों के परिजनों की लूट चल रही है।
अस्पताल से शवदाह केंद्र तक का खर्च
सुमनहल्ली श्मशान में कोविड से मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए एम्बुलेंस का 13 हजार, धार्मिक अनुष्ठानों का 10 हजार, विद्युत शवदाह केंद्र का शुल्क 6,500 रुपए, शवदाह केंद्र के कर्मचारियों की पीपीई किट के लिए 1 हजार रुपए तथा कर्मचारियों को बख्शीश के लिए 5 हजार रुपए वसूले गए। शहर के सभी 7 विद्युत शवदाह केंद्रों में इसी तरह अघोषित वसूली होने के कारण 500 रुपए की कटौती भी संभव नहीं है।
परिजनों की कोई सुनवाई नहीं
शव लेकर पहुंचनेवाले परिजनों से धार्मिक अनुष्ठान के नाम पर 10 हजार वसूलने के बावजूद उन्हें एक अगरबत्ती तक जलाने का अवसर नहीं दिया जाता। कोरोना संक्रमण से मौत होने के पश्चात शव सीधा बीबीएमपी की ओर से चिन्हित विद्युत शवदाह केंद्रों में पहुंच जाता है। एम्बुलेंस की लंबी कतारों को देखते हुए मार्शल तैनात किए गए हैं।
सेवा नि:शुल्क होने का दावा
शुक्रवार को बीबीएमपी के सह आयुक्त डॉ अशोक ने इन विद्युत शवदाह केंद्रों का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। बीबीएमपी के आयुक्त गौरव गुप्ता ने अस्पताल से श्मशान तक एम्बुलेंस की सेवा नि:शुल्क होने का दावा किया है लेकिन इस सेवा के लिए परिजनों से 10-12 हजार रुपए वसूले जा रहे है।
पुलिस को मामले दर्ज करने के निर्देश
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.के सुधाकर ने कहा कि उन्हें शवों के दहन और अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लूटने की शिकायतें मिली हैं। ऐसी मांग करने वालों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया जाए। पुलिस को उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
पालिका के संयुक्त आयुक्त डॉ.अशोक ने शव दाह गृह के पास मार्शलों को नियुक्त कर लूटने वाले ऐंबुलेंस चालकों और कर्मचारियों पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया है।

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