निगम के अधिकारियों ने बताया कि बस में हादसे के वक्त ४३ यात्री सवार थे। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया। मामले की जांच के लिए निगम ने तकनीकी विशेषज्ञों के दल को चेन्नई भेजा है। निगम के अधिकारियों ने कहा कि बस के पिछले हिस्से में आग लगी जहां इंजन होता है।
…तो हो सकता था बड़ा हादसा
सुबह नजरतपेट के पास बस काफी धीमी गति से कोयम्बेडु बस अड्डे की तरफ आगे बढ़ रही थी तभी बस के पीछे चल रहे वाहन सवारों ने चालक को पिछले हिस्से से धुंआ उठने की जानकारी दी। चालक ने तुंरत बस रोककर सभी यात्रियों को उतरने के लिए कहा। हालांकि, उस मार्ग पर भारी यातायात होने के कारण दमकल मौके पर तुरंत नहीं पहुंच पाया जिसके कारण पूरी बस जलकर खाक हो गई। बेंगलूरु से यह शुक्रवार रात करीब १० बजे चेन्नई के लिए रवाना हुई थी।
बस के चालक एस श्रीधर ने बताया कि वाहन चालकों के पिछले हिस्से से धुंआ निकलने की जानकारी देने के बाद जब मैं नीचे उतरकर देखने आया तो पाया कि आग तेजी से फैल रही है। मैनें तुरंत संवाहक रामचंद्रन के साथ मिलकर यात्रियों को बस से उतारा। यात्रियों का सामाना भी बस से सुरक्षित निकाल लिया गया।
जाम के कारण देर से पहुंचीं दमकलें
बस में आग लगने की खबर मिलने पर चेन्नई के पूनामलई, मदुरावायल और अम्बट्टूर अग्निशमन केंद्र से दमकलों को मौके लिए रवाना किया गया लेकिन बस में आग लगने के बाद यातायात जाम होने के कारण दमकलों को मौके पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अम्बट्टूूर अग्निशमन केंद्र के अधिकारी मृत्तुकृष्णन ने कहा कि हमने मौके पर जल्दी पहुंचने के लिए यातयात पुलिस से भी मदद मांगी ताकि जाम को खत्म कराकर रास्ता साफ किया जाए लेकिन जब तक हम वहां पहुंचे तब तक बस पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। नजरतपेट थाने के निरीक्षक जयचंद्रन ने कहा कि संयोगवश हादसे में कोई घायल नहीं हुआ लेकिन हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। बस के भीतर की कुर्सियां और छत आग से पूरी तरह जल गए है।