scriptअधर में लटका पांच हवाई अड्डों का विकास | Five airport development pending since 2007 | Patrika News

अधर में लटका पांच हवाई अड्डों का विकास

locationबैंगलोरPublished: Mar 25, 2015 09:18:00 pm

राज्य मेंं पांच हवाई अड्डों का विकास मंजूरी मिलने के सात साल बाद भी अधर में लटका है

बेंगलूरु. राज्य मेंं पांच हवाई अड्डों का विकास मंजूरी मिलने के सात साल बाद भी अधर में लटका है। सात साल पहले सरकार ने शिवमोग्गा,बल्लारी, हासन, विजयपुर तथा कलबुर्गी में हवाईअड्डा निर्माण को स्वीकृति थी। साथ ही भूमि अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार ने 219 करोड़ रुपए भी जारी किए थे लेकिन कहीं निर्माण का ठेका लेने वाली कंपनी के पीछे हट जाने तो कहीं भूमि अवाप्ति का मामला अदालत मेंं लंबित होने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
मतभेद बना रोड़ा
विधानसभा में बुधवार को शिवानंद एस.पाटिल द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर में ढांचागत विकास मंत्री आर.रोशन बेग ने बताया कि इन हवाईअड्डों के निर्माण के लिए 2007 व 2008 में मंजूरी दी गई पर विकास के भागीदारों के बीच मतभेद उत्पन्न हो जाने की वजह से शिवमोग्गा व कलबुर्गी हवाईअड्डों का निर्माण कार्य अटक गया है और इन दोनों हवाईअड्डों के विकास के लिए हुए अनुबंध को रद्द कर दिया गया है। अब इन दोनों हवाईअड्डों के निर्माण की जिम्मेदारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के जरिए करवाने के बारे में विचार चल रहा है। मंत्री ने बताया कि विजयपुर तथा बल्लारी हवाईअड्डों के विकास की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंपी गई। विजयपुर हवाईअड्डे के लिए अवाप्त की गई भूमि में चट्टानें आ जाने के कारण इसे तकनीकी व आर्थिक रूप से अनुपयुक्त करार देकर कंपनी पीछे हट गई। इसके बाद सरकार ने बैंक गारंटी के लिए दी गई 2.5 करोड़ रुपए की राशि को जब्त कर लिया है और कंपनी के साथ हुए करार को रद्द कर दिया गया है। इसी तरह बल्लारी हवाईअड्डे के लिए प्रस्तावित भूमि के लिए डेवलेपर के साथ संयुक्त सर्वे कार्य पूर्ण हो गया है लेकिन भूमि अवाप्त करने को लेकर न्यायालय में मुकदमें दायर होने के कारण इस परियोजना के लिए भूमि हस्तांतरित करना संभव नहीं हो सका है। हासन हवाईअड्डे के विकास के लिए एक निजी कंपनी के साथ अनुबंध हुआ है। डेवलपर ने संशोधित योजना रिपोर्ट पेश की है। राज्य सरकार ने उपलब्ध भूमि पर हवाईअड्डा निर्मित करने की इजाजत देने के लिए केन्द्रीय नगर विमानन मंत्रालय तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को पत्र लिखे हैं और उत्तर की प्रतीक्षा की जा रही है।
मंत्री ने बताया कि इन पांचों हवाईअड्डों का विकास निजी सार्वजनिक भागीदारी में होगा और राज्य सरकार इन हवाईअड्डों के लिए केवल भूमि अवाप्त करके हस्तांतरित करेगी। कलबुर्गी, शिवमोग्गा तथा हासन हवाईअड्डों के निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरित की जा चुकी है वहीं विजयपुर तथा बल्लारी हवाईअड्डों के लिए अभी तक भूमि हस्तांतरित नहीं की गई है।
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