अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को भी भीमा नदी में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उफन रही भीमा नदी वहीं, केंद्रीय जल आयोग (Central water commission) के अनुसार महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश और वहां के बांधों से पानी छोडऩे के कारण भीमा नदी 14 अक्टूबर से उफान पर है। भीमा नदी कृष्णा की एक सहायक नदी है। भीमा में उफान के कारण कलबुर्गी, विजयपुरा, यादगीर और रायचूर में हालात गम्भीर हो गए हैं। इलाके में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के कारण राहत व बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
174 राहत शिविरों में २८ हजार से अधिक लोग कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (ksndmc) के अधिकारियों ने कहा कि चार जिलों के 97 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 36,290 लोगों को निकाला गया है। सरकार ने बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए 174 राहत शिविर खोले हैं, जहां 28,007 लोग रह रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार सेना और आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने में लगे हुए हैं। बेंगलूरु में भी बारिश इस बीच, बेंगलूरु में रविवार रात से भारी बारिश के कारण कुछ स्थानों पर जलजमाव हो गया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शहर में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड आधारित मौसम वेधशाला में सोमवार सुबह खत्म हुए 24 घंटे की अवधि में 39.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।