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क्रूरता छोडक़र धर्म का मार्ग अपनाएं

locationबैंगलोरPublished: May 29, 2020 04:41:40 pm

Submitted by:

Yogesh Sharma

गणेशबाग में बोले डॉ. समकित मुनि

क्रूरता छोडक़र धर्म का मार्ग अपनाएं

क्रूरता छोडक़र धर्म का मार्ग अपनाएं

बेंगलूरु. श्वेताम्बर स्थानकवासी बावीस सम्प्रदाय जैन संघ ट्रस्ट के तत्वावधान में गुरु गणेश जैन स्थानक, गणेश बाग में विराजित श्रमण संघीय डॉ. समकित मुनि के सान्निध्य में महामंगलकारी जाप संपन्न हुआ। डॉ. समकित मुनि ने शुक्रवार को अपने उदबोधन में कहा कि हम सब शुद्ध आत्मा है, हम में अनंत ज्ञान समाया हुआ है। जिस प्रकार मुझे वेदना होती है उसी प्रकार अन्य जीवों को भी कष्ट का अनुभव होता है। इसलिए क्रूरता छोडक़र दया का मार्ग अपनाएं। अनुकम्पा का भाव जगाएं। असहाय एवं जरूरतमंदों के लिए सहयोग का हाथ बढ़ाएं। व्यक्ति कहीं पर भी रह कर धर्म कर सकता है। अनेकों ऐसे प्राणी हैं जो भूख से व्याकुल हैं उनको आहार दान देकर धर्म किया जा सकता है। धर्म करने का कोई एक मार्ग नहीं अनेकों मार्ग है। राष्ट्र के संदेशो को पालते हुए राष्ट्र धर्म कर सकते हैं। हमारे देश के हित में हम जो कार्य कर सकते हैं उनको प्रसन्नता पूर्वक करके भी धर्म का लाभ उठा सकते हैं। यह सब तभी संभव होता है जब हम जगत के सभी प्राणियों को अपने समान समझते है। मुनि श्री ने मंगलपाठ प्रदान किया।
जयवंत मुनि ने प्रभु स्तुति भजन प्रस्तुति की। गणेश बाग संघ कार्यकारिणी समिति सदस्य सुनील सांखला ने संचालन करते हुए सभी का स्वागत किया।
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