वन विभाग तीन महत्वपूर्ण बाघ अभयारण्य बंडीपुर, नागरहोले और बीआरटी की निगरानी में ड्रोन का उपयोग करने के लिए मैसूरु या चामराजनगर में एक केंद्र स्थापित करने पर काम कर रहा है। वन अधिकारियों ने बताया कि गंडलुपेट, नंजनगुड और एचडी कोटे में बंडीपुर राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के करीब 133 गाँव आतेे हैं। आमतौर पर इन इलाकों में रहने वाले लोग घरेलू उपयोग के लिए लकडिय़ां बीनने जंगल में जाते हैं। लेकिन, कई बार इन इलाकों में धूम्रपान करने की वजह से भी जंगल में आग लगी।
अधिकारियों ने कहा कि वन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर नजर रखने के साथ ही ड्रोन इन क्षेत्रों में लोगों की पहचान करने और ड्यूटी पर मौजूद चौकीदारों की सजगता को परखने में भी उनकी मदद करेगा।
लोगों की जंगल में आवाजाही पर गिद्ध दृष्टि रखने के लिए तीन ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। हर बार यह ड्रोन 15 मिनट तक उड़ान भरेगा और तस्वीरें रिकॉर्ड करेगा। इससे अधिकारियों को दिन के समय बीट देखने में मदद मिल सकेगी।
अधिकारियों ने कहा कि इस साल ड्रोन का इस्तेमाल पायलट आधार पर किया जाएगा और अगर यह सफल रहा तो इन्हें सभी जंगली क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिए स्थायी रूप से तैनात किया जा सकता है।