बेंंगलूरु शहर में 65 वर्षीय महिला मरीज (पी-4220) ने बुधवार रात को दम तोड़ दिया। सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआइ) के लक्षणों के साथ महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया था। दूसरे मामले में एसएआरआइ के कारण ही भर्ती 60 वर्षीय महिला मरीज (पी-4317) को बचाने में कामयाबी नहीं मिली। बुखार व उल्टी की शिकायत पर बुधवार को ही महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला उच्च रक्तचाप व मधुमेह की मरीज भी थी।
दावणगेरे जिले के मामले में 83 वर्षीय महिला मरीज (पी-4089) की 31 मई को मौत हुई थी। छाती में दर्द उठने के पश्चात उसे 31 मई को ही भर्ती किया गया था। गुर्दे ने भी जवाब दे दिया था। यह महिला पुराने मरीज (पी-2560) की सेकेंडरी कॉन्टैक्ट थी।
गदग जिले में 44 वर्षीय पुरुष मरीज (पी-4082) को सर्दी, खांसी व इन्फ्लूएंजा के अन्य लक्षणों के साथ एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। लेकिन तबीयत बिगड़ जाने के बाद उसे दो जून को हुब्बल्ली-धारवाड़ स्थित कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया। मरीज को मधुमेह की शिकायत भी थी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सबसे ज्यादा 14 मरीजों की मौत बेंगलूरु शहर में ही हुई है। इनमें से एक मरीज की मौत अन्य कारणों से हुई थी। दावणगेरे जिले में छह मरीजों को बचाया नहीं जा सका है जबकि गदग जिले में दो मरीजों की मौत हुई है।