शशिकुमार ने बताया कि नेलमंगला पुलिस थाने के गुप्तचर विभाग के पुलिस कांस्टेबल चन्नेगौड़ा, चालक आरिफ पाशा, नेलमंगला टाउन पुलिस थाने के कांस्टेबल बसवराज और ग्रामीम पुलिस थाने के कांस्टेबल गिरिजेश को निंलबित कर इनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। जानकारी के अनुसार बीते ४ जनवरी को दो युवक और दो युवतियां सैर के लिए बेंगलूरु आई थीं। वह नेलमंगला की एक लॉज में ठहरे थे। युवक-युवतियां अलग-अलग कमरों में ठहरे थे। चारों एक ही कमरे में बैठकर भोजन कर रहे थे। चन्नेगौड़ा और आरिफ पाशा युवकों को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले आए और युवतियों को एक कमरे में बंद कर बाहर से लॉक लगा दिया।
युवकों को हवालात में रखकर उनकी पिटाई की थी। युवकों से रुपए और सोने की चेेन लेने के बाद उन्हें छोड़ दिया। फिर लॉज आकर युवतियों से बदसलूकी की थी। इसके अलावा पुलिस कर्मियों-बसवराज और गिरिजेश ने भी लॉज जाकर दोनों युवकों की पिटाई की थी। पुलिसकर्मियों ने दोनों युवतियों को जिस्मफरोशी के आरोप में गिरफ्तार कर उन्हें बदनाम करने की धमकी दी और उनसे आभूषण ले लिए।
युवकों ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक शशिकुमार से की। जिन्होंने इस मामले की जांंच कर रिपोर्ट पेश करने की जिम्मेदारी पुलिस उप अधीक्षक पांडुरंगा को दी। पांडुरंगा ने युवतियों का बयान, लॉज के मालिक और प्रबंधक के बयान लिए और लॉज में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी।
इस आधार पर रिपोर्ट तैयार कर पुलिस अधीक्षक को सौंपी। इसके बाद चारों पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। शशिकुमार ने चारों का अगले पांंच सालों तक भत्ता रोकने और पदोन्नति नहीं देेने की
सिफारिश की है।
३ दलाल गिरफ्तार, दो युवतियों को बचाया
बेंगलूरु. पुलिस आयुक्त कार्यालय के केंद्रीय अपराध जांंच शाखा (सीसीबी) दल ने कोरमंंगला छठे ब्लॉक स्थित एक गेस्ट हाउस पर छापा मार कर तीन दलालों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो युवतियों को बचाया गया है। गेस्ट हाउस पर सोमवार रात छापामार कार्रवाई में कोरमंगला के मागेश (३८), मंड्या जिले के रंजीत (२८) और चामराज नगर के शिवराज (२८) को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से पश्चिम बंगाल और नई दिल्ली की दो युवतियों की रक्षा की गई। इस मामले के अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।