इस कारखाने में बने फर्नीचर को गोदाम में रखा जाता था। गोदाम में फर्नीचर को पालिश, पेन्ट करने और अन्य काम होते थे। गोदाम में रखे फर्नीचर को निर्यात करने के अलावा कई शहरों को भी भेजा जाता था। गोदाम में १२ श्रमिक सोए थे। उन्हें गर्मी लगने पर उनकी आंख खुल गई और देखा तो आग लग चुकी थी। वह अपनी जान बचाकर बाहर निकल आए और संपिगेहल्ली पुलिस को सूचना दी।
पुलिस अग्निशमल बल के कर्मचारियों और आठ दमकलों के साथ घटना स्थल पहुंची। कर्मचारियों ने लगभग साढ़े तीन घंटों ंकी कड़ी मशक्क्त के बाद आग पर काबू पा लिया। अनुमानत: इस आगजनी से लग भग १० लाख रुपयों का नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने बताया कि बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। गोदाम में रखा गया फर्नीचर, प्लाईवुड, पेन्ट, पालिश के डिब्बे और अन्य चीजें जल कर खाक हो गई।
गोदाम के मालिक दामोदार ने बताया कि गोदाम के पीछे मैदान होने से रात के समय कई युवक यहां आकर धूम्रपान करते हैं और मादक पदार्थ का भी सेवन करते हैं। संिंपगेहल्ली पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।