निम्हांस मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की एडिशनल प्रोफेसर डॉ. मीणा के. एस. ने कहा कि यह तीसरा अवसर है जब ‘स्टोरिज अगेंस्ट स्टिग्मा – ए वॉकिंग टूर ऑफ निम्हांस’ (Stories against Stigma: Walking Tour of NIMHANS) कार्यक्रम के तहत निम्हांस ने लोगों को यह मौका प्रदान किया। निम्हांस अब हर तीन महीने में एक बार लोगों को यह अवसर प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि गत दो कार्यक्रमों में शामिल लोगों की मानसिक बीमारियों के प्रति सोच बदली है। मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित भ्रांतियों से मुक्त समाज की जरूरत है। निम्हांस हेरिटेज संग्रहालय, मनोरोग विभाग, वार्ड, योग केंद्र, मनोरोग आपातकालीन इकाई, बाल व किशोर मनोचिकित्सा इकाई, पारिवारिक थेरेपी इकाई और व्यवहार चिकित्सा इकाई सहित लोगों को 15 विभागों की कार्यप्रणाली देखने-समझने का मौका मिला। इलेक्ट्रिक शॉक थेरेपी (electric shock therapy) यानी इलेक्ट्रोकन्वल्सिव थेरेपी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए इससे संबंधित विडियो भी दिखाया गया।