कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ.जी.परमेश्वर से बी फॉर्म ले लिया है लेकिन अंबरीश बी फॉर्म लेने नहीं पहुंचे। इसके बाद डॉ परमेश्वर ने ही स्वयं अंबरीश को फोन कर संपर्क कर उनका बी फॉर्म घर के पते पर भेजने की सूचना दी थी।
बताया जाता है कि इस बैठक में अंबरीश ने जार्ज से एक-दो दिनों में चुनाव प्रचार में सक्रिय होने की बात कही है। जिले की श्रीरंगपट्टणा विधानसभा क्षेत्र में रमेश बंडी सिद्धेगौड़ा को टिकट मिलने से अंबरीश के समर्थक नाराज हंै। इस क्षेत्र के टिकट आंवटन के विरोध में मंगलवार को अंबरीश के निर्देश पर उनके समर्थकों ने बैठक कर प्रत्याशी बदलने की मांग की थी।
अम्बरीश से मुलाकात के बाद जार्ज ने कहा कि अम्बरीश सिनेमा के नायक रहे हैं लिहाजा उनका बी फार्म घर पर भी भेजा जा सकता है और इसमें कुछ बी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि वे और अम्बरीश आपस में अच्छे मित्र हैं। चुनाव के समय अक्सर वे उनसे मिलते रहे हैं। लिहाजा इस बार भी मिलने आए थे लेकिन समझाइश के बारे में उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है। अम्बरीश को टिकट मिल चुका है पर वे बी पार्म लेते हैं या नहीं इसका उन्हें पता नहीं है। यह उन पर निर्भर करता है। वे चुनाव में खड़े होते हैं या नहीं इस बारे में उन्हीं को स्पष्टीकरण देना है।
———— तब नहीं थी एक भी महिला प्रत्याशी
1952 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में एक भी महिला उम्मीदवार नहीं थी। किसी भी पार्टी ने महिलाओं को चुनाव में उतारने का जोखिम नहीं लिया था। कुल 560 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे जिसमें से 11 खारिज हो गए और 156 ने नाम वापस ले लिए। 393 उम्मीदवार मैदान में थे। किसी क्षेत्र में सबसे कम 2 और अधिकतम 15 उम्मीवार थे।
1952 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में एक भी महिला उम्मीदवार नहीं थी। किसी भी पार्टी ने महिलाओं को चुनाव में उतारने का जोखिम नहीं लिया था। कुल 560 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे जिसमें से 11 खारिज हो गए और 156 ने नाम वापस ले लिए। 393 उम्मीदवार मैदान में थे। किसी क्षेत्र में सबसे कम 2 और अधिकतम 15 उम्मीवार थे।